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Delhi Air Pollution: दिल्ली में दिवाली से पहले जहरीली हवा का कहर, AQI 550 के पार, GRAP-2 लागू

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नई दिल्ली 21 अक्टूबर 2025। Delhi Air Pollution: दिल्ली में दिवाली का त्योहार नजदीक आते ही राष्ट्रीय राजधानी एक बार फिर जहरीली हवा की चपेट में है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 550 के पार पहुंच गया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। आसमान में छाई जहरीली धुंध ने दिल्लीवासियों की सांसों पर संकट खड़ा कर दिया है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP-2) लागू कर दिया गया है, जिसके तहत प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।

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हर साल की तरह, इस बार भी दिवाली से पहले दिल्ली की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। ठंडी हवा, पराली जलाने, वाहनों के धुएं, और औद्योगिक उत्सर्जन के कारण स्मॉग का घना कंबल दिल्ली के ऊपर मंडरा रहा है। सुबह के समय दृश्यता इतनी कम हो गई है कि सड़कों पर वाहन चलाना भी मुश्किल हो रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, AQI का 550 से ऊपर पहुंचना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए।GRAP-2 के तहत दिल्ली सरकार ने कई उपाय लागू किए हैं।

Delhi Air Pollution

इसमें निर्माण कार्यों पर आंशिक रोक, डीजल जनरेटर के उपयोग पर प्रतिबंध, और कोयला या लकड़ी जलाने पर पाबंदी शामिल है। इसके अलावा, सड़कों पर पानी का छिड़काव और मैकेनिकल स्वीपिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि धूल को नियंत्रित किया जा सके। दिल्ली सरकार ने नागरिकों से मास्क पहनने, घरों में रहने, और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।

पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि पराली जलाना और पटाखों का उपयोग इस स्थिति को और बिगाड़ सकता है। दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जो हवा की गुणवत्ता को और खराब कर रही हैं। साथ ही, दिवाली पर पटाखों के इस्तेमाल से स्मॉग का स्तर और बढ़ सकता है। सरकार ने लोगों से पर्यावरण-अनुकूल दीवाली मनाने और ग्रीन पटाखों का उपयोग करने की सलाह दी है।दिल्लीवासियों के लिए यह स्थिति चिंताजनक है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि लंबे समय तक इस जहरीली हवा में सांस लेने से फेफड़ों की बीमारियां, अस्थमा, और हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है। इस संकट से निपटने के लिए सरकार और नागरिकों को मिलकर ठोस कदम उठाने होंगे।

 

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