देहरादून, 17 सितंबर 2025। Dehradun Flood। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 15-16 सितंबर 2025 की रात को बादल फटने और मूसलाधार बारिश ने भयानक तबाही मचा दी। सहस्त्रधारा, मालदेवता, टोंस नदी और तमसा नदी के इलाकों में अचानक आई बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 13 से अधिक लोग लापता हैं। जिला प्रशासन और राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने पुष्टि की है कि देहरादून जिले में ही 13 मौतें हुईं, जिनमें से आठ एक ट्रैक्टर-ट्रॉली के मजदूर थे, जो टोंस नदी में बह गई।
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मसूरी में एक मजदूर की पत्थर गिरने से मौत हुई, जबकि अन्य हादसों में सड़क दुर्घटनाओं और भूस्खलन ने कई जिंदगियां लील लीं। बाढ़ का कहर इतना विकराल था कि कई महत्वपूर्ण पुल और सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। देहरादून-हरिद्वार नेशनल हाईवे पर फन वैली और उत्तराखंड डेंटल कॉलेज के पास एक पुल बह गया, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। प्रेमनगर में टोंस नदी पर नंदा की चौकी पुल का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया, जिसने विकासनगर और चकराता का संपर्क काट दिया।
मालदेवता ब्रिज की एप्रोच रोड 100 मीटर तक बह गई, जबकि मसूरी-देहरादून मार्ग पर कई जगह भूस्खलन से सड़कें बंद हो गईं। कुल 13 पुल, 21 सड़कें, 10 कल्वर्ट, 24 अवरोधक दीवारें और 31 घरेलू दीवारें क्षतिग्रस्त हुईं। सहस्त्रधारा के बाजार में दुकानें, होटल और घर पानी में डूब गए, जबकि प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर का परिसर तमसा नदी के उफान से जलमग्न हो गया। चंद्रभागा नदी ने ऋषिकेश को प्रभावित किया, जहां मंसा देवी से धलवाला ब्रिज तक जलभराव हो गया।
क्षति का अनुमान 10 करोड़ रुपये से अधिक है, जिसमें 1.5 करोड़ का पुलों को नुकसान, 1.2 करोड़ सड़कों का और 2.3 करोड़ कृषि भूमि का शामिल है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस ने अब तक 900 से अधिक लोगों को बचाया, जिनमें देवभूमि इंस्टीट्यूट के 200 छात्र और प्रेमनगर के फंसे यात्री शामिल हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मालदेवता और केसरवाला का दौरा कर राहत कार्यों का जायजा लिया।
उन्होंने युद्ध स्तर पर बचाव अभियान चलाने और क्षतिग्रस्त इलाकों में बिजली-पानी बहाल करने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से बात कर केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवारों को 2 लाख रुपये की सहायता घोषित की।
मौसम विभाग ने देहरादून और टिहरी गढ़वाल के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें अगले 7 दिनों तक भारी बारिश और तूफान की चेतावनी है। स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, और लोगों को नदियों-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। यह आपदा मानसून की विदाई के समय आई है, जो जलवायु परिवर्तन की चपेट में पहाड़ी क्षेत्रों की असुरक्षा को उजागर करती है। राहत कार्य जारी हैं, लेकिन लगातार बारिश से चुनौतियां बढ़ रही हैं।
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