नई दिल्ली, 15 अक्टूबर 2025। Cyber Criminals’ New Trap: डिजिटल युग में साइबर अपराधियों ने ठगी के नए-नए तरीके ईजाद कर लिए हैं। अब वे टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) या मोबाइल ऑपरेटर के नाम पर कॉल करके लोगों को डराने लगे हैं। कॉल पर आवाज आती है, “डियर यूजर, आपका मोबाइल नंबर बंद होने वाला है। कृपया 9 दबाकर कन्फर्म करें।” यह सुनते ही कई लोग घबरा जाते हैं और निर्देश मान लेते हैं, लेकिन यही उनकी सबसे बड़ी भूल साबित होती है।
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साइबर ठग इस तरह की कॉल से न केवल पर्सनल डिटेल्स चुरा लेते हैं, बल्कि SIM स्वैपिंग के जरिए बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं। दूरसंचार विभाग (DoT) ने हाल ही में देशभर के मोबाइल यूजर्स के लिए गंभीर चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, ये फर्जी कॉल स्पूफिंग तकनीक से की जाती हैं, जिसमें ठग अपना नंबर छिपाकर TRAI या सरकारी हेल्पलाइन जैसा दिखाते हैं। कॉल पर 9 दबाने से वे आपके नंबर को एक्टिवेट मान लेते हैं और फिर OTP या अन्य संवेदनशील जानकारी मांगने लगते हैं।
कई मामलों में ठग पहले सोशल मीडिया से आपकी पर्सनल डिटेल्स इकट्ठा कर लेते हैं, फिर मोबाइल ऑपरेटर को धोखा देकर आपकी SIM को ब्लॉक या स्वैप करवा देते हैं। इसके बाद आपका नेटवर्क गायब हो जाता है और ठग आपके नंबर से बैंकिंग ट्रांजेक्शन कर लेते हैं। एक हालिया घटना में दिल्ली के एक व्यक्ति को ऐसी ही कॉल आई। ठग ने खुद को TRAI अधिकारी बताया और कहा कि नंबर अनवेरिफाइड है, इसलिए दो घंटे में बंद हो जाएगा।
घबरा कर व्यक्ति ने 9 दबाया, तो ठग ने तुरंत OTP मांगा। सौभाग्य से व्यक्ति ने संदेह किया और कॉल काट दी, लेकिन कई लोग फंस जाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि SIM स्वैपिंग स्कैम में ठग आपके आधार या PAN जैसी डिटेल्स का इस्तेमाल करते हैं, जिससे ऑपरेटर को चकमा देना आसान हो जाता है। सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। DoT ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि वे यूजर्स को SMS अलर्ट भेजें। साथ ही, एक पोर्टल लॉन्च किया गया है, जहां फर्जी कॉल की शिकायत दर्ज की जा सकती है।
साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत कॉल करें अगर ऐसी कॉल आए। पुलिस का कहना है कि ठग अक्सर रात के समय या व्यस्त घंटों में कॉल करते हैं, ताकि लोग जल्दबाजी में गलती करें।
बचाव के उपाय
कभी भी अनजान कॉल पर 9 या कोई बटन न दबाएं। OTP शेयर न करें। SIM स्वैप के लिए हमेशा खुद ऑपरेटर स्टोर जाएं। TRAI ने स्पष्ट किया है कि वे कभी फोन पर नंबर बंद करने की धमकी नहीं देते। अगर कॉल आए, तो उसे इग्नोर करें और www.sancharsaathi.gov.in पर वेरिफाई करें। यह स्कैम न केवल व्यक्तिगत नुकसान पहुंचाता है, बल्कि आर्थिक सिस्टम को भी कमजोर करता है। पिछले साल ऐसे 50,000 से ज्यादा केस दर्ज हुए, जिनमें करोड़ों का नुकसान हुआ। जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। अगली बार ऐसी कॉल आए, तो स्मार्ट बनें और ठगों को चकमा दें।
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