लखनऊ, 18 सितंबर 2025। उत्तर प्रदेश पुलिस में बड़े फेरबदल के तहत संभल के चर्चित सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) अनुज चौधरी का ट्रांसफर फिरोजाबाद ग्रामीण क्षेत्र में कर दिया गया है। योगी सरकार ने प्रांतीय पुलिस सेवा के 44 ASP अधिकारियों के तबादले किए हैं, जिसमें अनुज चौधरी को नई जिम्मेदारी सौंपी गई। यह ट्रांसफर 17 सितंबर 2025 को जारी आदेशों के अनुसार हुआ, जो संभल हिंसा और उनके विवादित बयानों से जुड़े घटनाक्रम के बाद चर्चा में रहा।
इसे भी पढ़ें- Sambhal Files: हिंदू लड़की का तुर्क से निकाह, भव्य वलीमा और पलायन की डरावनी कहानी
अनुज चौधरी 2012 में खेल कोटे से पुलिस सेवा में शामिल हुए थे। वे प्रदेश के पहले ऐसे अधिकारी हैं, जो स्पोर्ट्स कोटा से ASP बने। पूर्व ओलंपियन और अर्जुन अवार्ड विजेता पहलवान के रूप में उनकी पहचान रही। संभल में सीओ रहते हुए वे 2024 की हिंसा के दौरान सुर्खियों में आए। उन्होंने हनुमान गदा लेकर शांति यात्रा की, जो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। मार्च 2025 में होली और जुमे की नमाज एक ही दिन पड़ने पर पीस कमेटी बैठक में उन्होंने कहा, “जुमे का दिन साल में 52 बार आता है, होली एक बार। रंग से परहेज करने वाले घर पर रहें।”
उनका ये बयान विवादास्पद रहा था, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका खुलकर समर्थन किया। सीएम योगी ने कहा, “हमारा पुलिस अधिकारी पहलवान है, अर्जुन अवार्डी है, पूर्व ओलंपियन रहा है। पहलवानी के लहजे में बोलेगा तो कुछ को बुरा लग सकता है, लेकिन सच्चाई स्वीकार करनी चाहिए।” इस समर्थन से अनुज चौधरी की छवि ‘दबंग अफसर’ की बनी। अगस्त 2025 में उनका प्रमोशन ASP के पद पर हुआ, जो 12 साल की सेवा का इनाम था।
हालांकि, संभल हिंसा की जांच में क्लीन चिट मिलने पर पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने शिकायत की, जिससे मामला फिर गरमाया। ट्रांसफर पर संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा, “संभल के लोगों को राहत मिलेगी। उनके खिलाफ पहले कार्रवाई होनी चाहिए थी।” पुलिस विभाग में यह तबादला रूटीन माना जा रहा, लेकिन अनुज चौधरी की सख्ती और बेबाकी अब फिरोजाबाद में नजर आएगी। उनके समर्थक इसे तरक्की मान रहे, जबकि विपक्ष इसे सजा बता रहा। अनुज चौधरी की नई भूमिका से जिले में कानून-व्यवस्था मजबूत होने की उम्मीद है।
इसे भी पढ़ें- Sambhal Violence Investigation: हिंदू-मुस्लिम आबादी में बदलाव को ठहराया गया जिम्मेदार