बिहार में लगातार हो रही हत्याओं और बढ़ते अपराध को लेकर कांग्रेस ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि राज्य में आम लोगों और व्यवसायियों की जान सुरक्षित नहीं रह गई है, और इसके लिए राज्य की मौजूदा नीतीश-भाजपा सरकार जिम्मेदार है।
पटना से पूर्णिया तक अपराध का बोलबाला
पटना में हाल ही में हुए व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या और उसके बाद पूर्णिया में पांच लोगों को जिंदा जलाकर मार डालने की घटना ने पूरे राज्य को दहला दिया है। इन घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। खरगे ने आरोप लगाया कि यह सब सुशासन के नाम पर चल रही ‘डबल इंजन’ सरकार की नाकामी का नतीजा है।
मल्लिकार्जुन खरगे का सोशल मीडिया पर हमला
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, “पिछले छह महीनों में आठ व्यापारियों की हत्या हो चुकी है। इतना ही नहीं, पांच बार पुलिसकर्मियों पर भी हमले हुए हैं। इससे साफ है कि राज्य में न तो आम आदमी सुरक्षित है और न ही कानून के रखवाले।”
उन्होंने यह भी कहा कि पूर्णिया में जो पांच लोगों की नृशंस हत्या हुई है, उसमें अंधविश्वास के चलते पूरे परिवार को मार दिया गया, जिसमें छोटे-छोटे बच्चों को भी नहीं छोड़ा गया।
जदयू-भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
खरगे ने नीतीश कुमार और भाजपा के गठबंधन को “ठगबंधन” बताते हुए कहा कि इस सरकार ने बिहार को ‘क्राइम कैपिटल’ बना दिया है। उन्होंने कहा, “जिस तरह से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, उससे साफ है कि इस सरकार से अब जनता को कोई उम्मीद नहीं रही। इस बार बदलाव तय है।”
निष्कर्ष
कांग्रेस ने बिहार की बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर सीधे तौर पर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। लगातार हो रही सनसनीखेज घटनाओं से लोग डरे हुए हैं और विपक्ष इसे चुनावी मुद्दा बनाने में जुट गया है। अब देखना होगा कि सरकार इन आरोपों का क्या जवाब देती है और आम जनता के बीच भरोसा कैसे बहाल करती है।