नई दिल्ली, 22 अक्टूबर 2025। Chhath 2025: दिल्ली में छठ पूजा 2025 की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस चार दिवसीय महापर्व (25 से 28 अक्टूबर) के लिए व्यापक खाका पेश किया। उन्होंने घोषणा की कि शहर भर में 1000 से अधिक घाट सजाए जाएंगे, जहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम मचेगी।

यमुना नदी के किनारे पल्ला से कालिंदी कुंज तक 17 आधुनिक मॉडल घाट बनाए जा रहे हैं, जिनकी लंबाई 500 मीटर तक हो सकती है। प्रत्येक जिले में कम से कम एक आदर्श घाट विकसित किया जाएगा, ताकि बिहार-पूर्वी यूपी के लाखों प्रवासी श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित कर सकें।
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सीएम गुप्ता ने बताया कि पूजा समितियों से 1000 से ज्यादा आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जो पिछले वर्ष के 929 स्थानों से अधिक हैं। सभी स्वीकृत घाटों पर सरकार द्वारा टेंट, बिजली, स्वच्छता, शौचालय, मेडिकल टीम और एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। व्रतधारियों का स्वागत भव्य द्वारों से होगा, साथ ही फूलों की वर्षा और सुबह की चाय-पानी की सुविधा दी जाएगी।
आज प्रेमबाड़ी पुल, सिंगलपुर से मुनक नहर किनारे छठ महापर्व के आयोजन को लेकर तैयारियों का निरीक्षण किया।
यमुना के तट से लेकर राजधानी के विभिन्न इलाकों में छठ स्थलों पर तैयारियां तीव्र गति से चल रही हैं। टेंट, स्वच्छता, शौचालय, सुरक्षा, जलापूर्ति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की… pic.twitter.com/vXZDl16s1J
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) October 22, 2025
छत्र (छाया) की व्यवस्था भी होगी, ताकि गर्मी या धूप से कोई परेशानी न हो। यह सब दिवाली की भव्यता के अनुरूप छठ को उत्सव का रूप देने का प्रयास है। सांस्कृतिक आयोजन इस पर्व को और रंगीन बनाएंगे। 200 से अधिक स्थलों पर भोजपुरी और मैथिली भाषाओं में लोकगीत, नृत्य और नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे, जो पूर्वांचल की संस्कृति को जीवंत करेंगे। सुरक्षा और स्वच्छता पर विशेष बल दिया गया है। सभी घाटों पर विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें सांसद, विधायक और पार्षद सक्रिय भाग लेंगे।

यमुना की सफाई के सकारात्मक परिणामों का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि नदी में झाग कम हो रहा है, और श्रद्धालु स्वच्छ जल में पूजा कर सकेंगे। एक बड़ी राहत की घोषणा करते हुए गुप्ता ने कहा कि पूर्व सरकार द्वारा 2021 में यमुना घाटों पर पूजा करने वाले श्रद्धालुओं के खिलाफ आईपीसी धारा 188 के तहत दर्ज सभी एफआईआर और केस वापस लिए जाएंगे। भाजपा सरकार ने आते ही यमुना पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है, जिससे लाखों भक्तों को न्याय मिलेगा।
प्रदूषण नियंत्रण पर भी चर्चा हुई, जहां सीएम ने दीपावली के दौरान कम प्रदूषण स्तर का उल्लेख किया और पंजाब मंत्री से पराली जलाने पर बातचीत का जिक्र किया।यह तैयारी न केवल धार्मिक उत्साह बढ़ाएगी, बल्कि सामाजिक एकता को मजबूत करेगी। दिल्ली सरकार का यह प्रयास पूर्वांचलवासियों के लिए सच्ची सौगात है, जो छठ को यादगार बनाएगा।
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