दिल्ली एक बार फिर बम धमकी की दहशत में है। सोमवार को दो बड़े स्कूलों को धमकी मिलने के बाद मंगलवार को फिर से सेंट थॉमस स्कूल और दिल्ली यूनिवर्सिटी का प्रतिष्ठित सेंट स्टीफन कॉलेज टारगेट पर रहे। लगातार मिल रही इन धमकियों से राजधानी के माता-पिता और छात्र भय के माहौल में जीने को मजबूर हैं।
इन घटनाओं पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तीखा हमला बोलते हुए कहा, “दिल्ली में चार इंजन वाली बीजेपी सरकार की कानून व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है। बच्चे डरे हुए हैं, माता-पिता बेहद चिंतित हैं – ये स्थिति बेहद गंभीर है। आखिर दिल्ली में हो क्या रहा है?”
केजरीवाल का बीजेपी पर हमला
अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार सुबह ट्वीट करते हुए लिखा,
“दिल्ली में ये क्या हो रहा है?
कल दो स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली और आज एक और स्कूल और कॉलेज को धमकी मिली है। बच्चे डरे हुए हैं, अभिभावक बेहद चिंतित हैं।
BJP की चार-चार इंजन वाली सरकारें पूरी तरह से फ़ेल हो चुकी हैं।”
उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई, जहां कई लोगों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जताई।
“क्या बच्चों की सुरक्षा की कोई अहमियत नहीं?” – आतिशी
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और आप नेता आतिशी ने भी हालात को “बेहद डरावना और चिंताजनक” बताया। उन्होंने कहा,
“हर रोज़ स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिल रही है। बच्चे डरे हुए हैं, माता-पिता बेचैन हैं। क्या बच्चों की सुरक्षा की कोई अहमियत नहीं रह गई है? बीजेपी सरकार दिल्ली को सुरक्षित रखने में पूरी तरह असफल रही है।”
नगर निगम नेता की चिंता
दिल्ली नगर निगम में आप के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने भी सवाल उठाए:
“अगर देश की राजधानी में स्कूल भी सुरक्षित नहीं हैं, तो फिर क्या सुरक्षित है? बच्चों को हर सुबह डर के साथ स्कूल भेजना पड़ रहा है। ये हालात बहुत गंभीर हैं।”
दो दिन में चार धमकियाँ
गौरतलब है कि सोमवार को भी चाणक्यपुरी स्थित नेवी स्कूल और द्वारका सेक्टर-16 स्थित सीआरपीएफ स्कूल को ईमेल के जरिए धमकी मिली थी। इसके बाद आज यानी मंगलवार को फिर दो और संस्थानों को निशाना बनाया गया।
पुरानी घटनाएं भी बनीं थीं चिंता का कारण
यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली के स्कूलों को इस तरह की धमकियाँ मिली हों। कुछ महीने पहले भी इसी तरह की घटनाएं सामने आई थीं, जब दिल्ली के कई स्कूलों में बम की झूठी सूचना मिलने के बाद अफरा-तफरी मच गई थी। उस वक्त भी आप ने केंद्र और उपराज्यपाल के अधीन दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे।