क्रिप्टोकरेंसी बाजार एक बार फिर जोरों पर है और इसकी सबसे बड़ी वजह है अमेरिकी संसद में क्रिप्टो के पक्ष में पेश किया गया नया बिल। इस बिल के बाद से बिटकॉइन की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है और ये अब इतिहास का सबसे ऊंचा स्तर छू चुका है।
1.23 लाख डॉलर के पार पहुंचा बिटकॉइन
बीते कारोबारी सत्र में बिटकॉइन की कीमत $1,23,000 (लगभग 1.02 करोड़ रुपये) को पार कर गई। यह अब तक की रिकॉर्ड हाई कीमत है। सिर्फ कीमत ही नहीं, इसका मार्केट कैप भी 2.5 ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंच चुका है। यह दुनिया के 188 देशों की GDP से भी ज्यादा है।
बिटकॉइन बन रहा है ग्लोबल इकोनॉमी का बड़ा खिलाड़ी
बिटकॉइन का मार्केट कैप अब इटली, रूस, कनाडा, ब्राजील, स्पेन, साउथ कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, मैक्सिको जैसे कई बड़े देशों की GDP से ज़्यादा है। इटली की GDP करीब 2.42 ट्रिलियन डॉलर है, जबकि बिटकॉइन इससे आगे निकल चुका है।
24 घंटे में 4% की बढ़त, अगले साल हो सकता है डबल
CoinMarketCap के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में बिटकॉइन के मार्केट कैप में करीब 4% की बढ़त हुई है। विश्लेषकों का मानना है कि अगले एक साल में बिटकॉइन की कीमतें $2.5 लाख से $3 लाख तक पहुंच सकती हैं। यानी मार्केट कैप 4.5 से 5.5 ट्रिलियन डॉलर तक भी जा सकता है।
किसकी GDP को कर सकता है पीछे?
फिलहाल बिटकॉइन दुनिया की सिर्फ 7 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं से पीछे है — जिनमें अमेरिका, चीन, जापान, जर्मनी, भारत, यूके और फ्रांस शामिल हैं। इनमें से कई देशों की GDP 3 से 4.7 ट्रिलियन डॉलर के बीच है, यानी बिटकॉइन इनसे भी आगे निकलने की कगार पर है।
क्या अमेरिका और चीन को पछाड़ सकता है बिटकॉइन?
जहां अमेरिका और चीन की GDP अभी बिटकॉइन से काफी आगे है, वहीं अगर क्रिप्टो मार्केट में यह तेजी जारी रहती है तो लंबे समय में बिटकॉइन उनके करीब पहुंच सकता है। फिलहाल ये लक्ष्य दूर है, लेकिन असंभव नहीं।