पटना, 3 नवंबर 2025। Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केवटी विधानसभा क्षेत्र में एक जोरदार चुनावी रैली को संबोधित करते हुए महागठबंधन (इंडिया गठबंधन) पर तीखा प्रहार किया। दरभंगा में आयोजित इस रैली में योगी ने विपक्ष को निशाना बनाने के लिए एक नया व्यंग्यात्मक तंज कसा, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
उन्होंने महात्मा गांधी के प्रसिद्ध ‘तीन बंदरों’ की तुलना महागठबंधन के प्रमुख नेताओं से करते हुए कहा कि अब इंडिया गठबंधन के तीन नए बंदर आ गए हैं—पप्पू, टप्पू और अप्पू। “पप्पू सच बोल ही नहीं सकता, टप्पू सही देख ही नहीं सकता, और अप्पू सुन ही नहीं सकता,” योगी ने हास्य के साथ कटाक्ष किया, जिससे मंच पर भारी तालियां गूंज उठीं। यह टिप्पणी सीधे तौर पर विपक्षी दलों के नेताओं राहुल गांधी (पप्पू), तेजस्वी यादव (टप्पू) और अन्य पर थी, जो महागठबंधन की कमजोरियों को उजागर करती है।
योगी ने बिहार के अतीत के काले अध्यायों की याद दिलाते हुए कहा कि, महागठबंधन की सत्ता में दंगे, नरसंहार और कानून-व्यवस्था की बदहाली आम थी। उन्होंने जनता से अपील की कि ऐसी ‘जंगलराज’ वाली व्यवस्था को कभी वापस न आने दें। एनडीए सरकार के सुशासन मॉडल की तारीफ करते हुए योगी ने सुरक्षा और घुसपैठ की समस्या पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट वादा किया कि घुसपैठियों को बिहार से बाहर खदेड़ा जाएगा और उनकी संपत्तियों को जब्त कर गरीबों में वितरित किया जाएगा।
“जैसे जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाकर आतंकियों को मार-मार कर भगाया गया, वैसे ही घुसपैठियों के साथ सख्ती बरती जाएगी। कोई छूट नहीं मिलेगी,” योगी ने कहा, जो सीमावर्ती इलाकों में सुनने वालों के बीच जोश भर गया। विपक्ष को परिवारवाद और भ्रष्टाचार की जननी बताते हुए योगी ने राजद और अन्य वंशवादी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की राजनीति तुष्टिकरण और व्यक्तिगत स्वार्थ पर टिकी है, जबकि भाजपा-एनडीए रामभक्त और राष्ट्रवादी है।
“वे भगवान राम और हमारी संस्कृति का अपमान करते हैं, हम विकास और राष्ट्रवाद पर चलते हैं। बिहार को विकसित और सुरक्षित बनाने के लिए एनडीए को वोट दें,” योगी ने मतदाताओं से आह्वान किया। रैली में हजारों की भीड़ ने ‘जय श्री राम’ और ‘योगी-योगी’ के नारों से माहौल गर्म कर दिया। यह रैली बिहार चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले हुई, जब एनडीए अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटा है।
योगी सोमवार को दरभंगा के अलावा मुजफ्फरपुर, सारण और पटना में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। बिहार की जनता का अपार विश्वास एनडीए के साथ है, जो सुशासन और विकास के वादों पर केंद्रित है। क्या योगी का यह तीखा हमला विपक्ष को पटरी से उतार देगा? चुनावी समर में यह नया मोड़ बिहार की सियासत को और रोमांचक बना रहा है। एनडीए की रणनीति साफ है राष्ट्रवाद और विकास के नाम पर वोटरों को लामबंद करना। विपक्ष को अब मजबूत जवाब देना होगा, वरना योगी का व्यंग्य उनकी कमजोरियों को उजागर करता रहेगा।
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