नई दिल्ली, 24 अक्टूबर 2025। Bank Rule: बैंकिंग क्षेत्र में बड़ा बदलाव आने वाला है। बैंकिंग कानून (संशोधन) अधिनियम, 2025 के तहत 1 नवंबर 2025 से कई महत्वपूर्ण नियम लागू हो जाएंगे, जो ग्राहकों को अधिक लचीलापन देंगे लेकिन अनभिज्ञता में नुकसान भी करा सकते हैं। यदि आपने अभी तक नामांकन (नॉमिनेशन) नहीं कराया या पुराने नियमों पर निर्भर हैं, तो खाता, लॉकर या सेफ कस्टडी की संपत्ति पर विवाद हो सकता है, जिससे कानूनी झंझट और देरी से भारी नुकसान हो सकता है। समय रहते अपडेट कर लें!
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सबसे बड़ा बदलाव नामांकन नियमों में है। अब आप अपने बैंक खाते, सेफ डिपॉजिट लॉकर या सेफ कस्टडी आर्टिकल्स के लिए अधिकतम चार व्यक्तियों को नामित कर सकेंगे। यह एक साथ (सिमल्टेनियस) या क्रमिक (सक्सेसिव) तरीके से हो सकता है। एक साथ नामांकन में आप प्रत्येक नामित व्यक्ति को शेयर या प्रतिशत (कुल 100%) आवंटित कर सकते हैं, जिससे संपत्ति का स्पष्ट बंटवारा सुनिश्चित होगा।
वहीं, सेफ कस्टडी और लॉकर के लिए केवल क्रमिक नामांकन की अनुमति है, जहां पूर्व नामित की मृत्यु पर अगला सक्रिय होगा। यह सुविधा ग्राहकों को परिवार की जटिल संरचना के अनुरूप प्लानिंग करने की आजादी देगी। बैंकिंग कंपनियों (नामांकन) नियम, 2025 नामांकन, रद्दीकरण या संशोधन की प्रक्रिया को मानकीकृत करेगा, जिससे सभी बैंकों में एकरूपता आएगी। इसके अलावा, अधिनियम अन्य सुधार भी ला रहा है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में ऑडिट की गुणवत्ता बढ़ेगी, आरबीआई को रिपोर्टिंग मानकीकृत होगी, जमा सुरक्षा मजबूत होगी और सहकारी बैंकों में निदेशक कार्यकाल तर्कसंगत बनेगा। ये बदलाव ग्राहक सुविधा और शासन को मजबूत करेंगे।आरबीआई के अनुसार, नामांकन प्रतिनिधि क्षमता वाले खातों पर लागू नहीं होगा। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि 1 नवंबर से पहले बैंक जाकर फॉर्म भरें। पुराने नामांकन स्वतः समाप्त नहीं होंगे, लेकिन नए लाभ के लिए अपडेट जरूरी है। अनदेखी करने पर उत्तराधिकार में देरी, अदालती मामले और कर नुकसान हो सकता है। यह बदलाव डिजिटल युग में बैंकिंग को पारदर्शी और ग्राहक-केंद्रित बनाएगा। जल्दी कार्रवाई करें, वरना अवसर हाथ से निकल जाएगा!
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