बलिया, 7 अगस्त 2025। Ballia Bridge Dispute: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में कटहर नाले पर नवनिर्मित पुल के उद्घाटन को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बिना उनकी जानकारी के पुल चालू करने पर लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी और परोक्ष रूप से बसपा विधायक उमाशंकर सिंह पर निशाना साधा था। इसके जवाब में रसड़ा से विधायक उमाशंकर सिंह ने दयाशंकर सिंह पर तीखा पलटवार किया है।
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उमाशंकर ने कहा, “मंत्री जी के आरोप बेबुनियाद हैं। अगर हम उनके कारनामों को उजागर करने लगे, तो उन्हें कहीं छिपने की जगह नहीं मिलेगी।” उन्होंने यह भी पूछा, “क्या रसड़ा पाकिस्तान में है? क्या वहां के लोग बलिया का हिस्सा नहीं हैं?” उमाशंकर ने सड़कों की खराब गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए, जिनके बनने के कुछ ही महीनों में उखड़ने की शिकायतें आम हैं।
उन्होंने मांग की कि जिले के सभी कार्यों की जांच हो, ताकि “दूध का दूध और पानी का पानी” हो जाए। दरअसल, दयाशंकर सिंह ने मंगलवार देर रात कटहर नाले के नए पुल का दौरा किया था, जहां उन्हें पता चला कि बिना औपचारिक उद्घाटन और अनुमति के पुल को जनता के लिए खोल दिया गया। गुस्साए मंत्री ने PWD के अधिशासी अभियंता केसरी प्रकाश को लताड़ लगाते हुए कहा था, “मैं यहां का विधायक और मंत्री हूं, मुझे बिना बताए पुल कैसे खोला गया?” उन्होंने इशारों में उमाशंकर सिंह पर अधिकारियों को प्रभावित करने का आरोप लगाया था।
इस विवाद ने बलिया की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है। उमाशंकर ने दयाशंकर के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मंत्री को अपनी सरकार में तालमेल बनाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर रसड़ा में काम हो रहा है, तो इसे गलत नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए। इस बीच, PWD की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि बिना NHAI की मंजूरी के पुल पर आवागमन शुरू कर दिया गया।
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