असम, 17 सितंबर 2025। असम की नौकरशाही में एक बड़ा भ्रष्टाचार कांड ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। असम सिविल सेवा (ACS) की युवा अधिकारी नुपुर बोरा, जिन्हें कभी प्रशासनिक क्षेत्र का उभरता सितारा माना जाता था, अब जेल की सलाखों के पीछे हैं। मात्र 5-6 साल की सरकारी सेवा में उन्होंने 2 करोड़ रुपये से अधिक की अकूत संपत्ति इकट्ठा कर ली, जिसमें 92 लाख रुपये का नकद और 1 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के सोने-चांदी के गहने, डायमंड्स और अन्य आभूषण शामिल हैं।
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इस खुलासे ने न केवल सरकार को चौंका दिया, बल्कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी हैरान रह गए। मुख्यमंत्री की विशेष सतर्कता शाखा (Special Vigilance Cell) ने नुपुर बोरा के गुवाहाटी स्थित गोटानगर अपार्टमेंट पर छापेमारी की, जहां से 92 लाख रुपये के नकद बंडल्स बरामद हुए। इसके अलावा, लगभग 1 करोड़ रुपये के सोने के गहने, डायमंड ज्वेलरी और अन्य कीमती सामान जब्त किया गया। छापेमारी का दायरा बढ़ा तो बरपेटा जिले में उनके किराए के मकान से भी 10 लाख रुपये अतिरिक्त कैश मिला। कुल मिलाकर बरामद संपत्ति की कीमत 2 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
विजिलेंस टीम के अधिकारी पैसा गिनते-गिनते थक गए और इस दृश्य ने सबको स्तब्ध कर दिया। नुपुर बोरा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। उन पर अवैध तरीके से हिंदू परिवारों की जमीनों को मुसलमानों को दिलवाने का इल्जाम है। कृषक मुक्ति संग्राम समिति (KMSS) जैसे संगठनों ने शिकायत की थी कि बोरा दस्तावेजों में हेराफेरी के लिए 1,500 से 2 लाख रुपये तक रिश्वत लेती थीं। पिछले 6 महीनों से वे पुलिस की निगरानी में थीं, लेकिन छापेमारी ने उनके काले कारनामों को उजागर कर दिया।
मुख्यमंत्री सरमा ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष समिति गठित की है और कहा है कि आगे और बड़े खुलासे हो सकते हैं। उन्होंने बोरा को ‘गोल्डन गर्ल’ का तंज कसते हुए कहा कि यह संपत्ति उनकी ज्ञात आय से कहीं अधिक है। यह घटना असम के प्रशासनिक तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार को आईना दिखाती है। एक सामान्य ACS अधिकारी की सैलरी से ऐसी कमाई संभव नहीं, जो सवाल उठाती है कि सरकारी अमला कैसे जनता की सेवा के नाम पर लूट मचा रहा है।
सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी, कुछ ने कहा कि आम नागरिक छोटे-मोटे काम के लिए चक्कर काटते हैं, वहीं अफसर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला दवा, जमीन और अन्य घोटालों से जुड़ा हो सकता है। विजिलेंस की एसपी रोजी कलिता ने पुष्टि की कि यह प्रारंभिक कार्रवाई है और बोरा को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सरकार ने उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है और संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया चल रही है। मुख्यमंत्री सरमा ने वादा किया है कि दोषियों को सख्त सजा मिलेगी, ताकि सरकारी सेवा ईमानदारी का प्रतीक बने। जनता उम्मीद कर रही है कि इस जांच से अन्य भ्रष्ट अधिकारियों का भी पर्दाफाश हो।
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