झारखंड को नक्सल और उग्रवाद मुक्त बनाने के मिशन में राज्य पुलिस और सुरक्षा बल लगातार सक्रिय हैं। इसी अभियान के तहत गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के लावा दाग जंगल में एक बड़ी कार्रवाई की गई। झारखंड जगुआर और स्थानीय पुलिस बलों द्वारा चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान प्रतिबंधित संगठन झारखंड जन्म मुक्ति परिषद (JJMP) के नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई।
मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने JJMP के सब जोनल कमांडर दिलीप लोहरा समेत कुल तीन नक्सलियों को मार गिराया। सुरक्षा बलों की मौजूदगी देखते ही नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिसका मुंहतोड़ जवाब सुरक्षा बलों ने दिया। इस कार्रवाई में एक AK-47, दो INSAS राइफलें, भारी मात्रा में कारतूस और अन्य नक्सली सामग्री बरामद की गई है।
इस ऑपरेशन को गुप्त सूचना के आधार पर अंजाम दिया गया। गुमला के एसपी हरीश बिन जमा को खबर मिली थी कि दिलीप लोहरा अपने दस्ते के साथ जंगलों में सक्रिय है। इसके बाद घाघरा, बिशनपुर और गुमला थाना पुलिस तथा झारखंड जगुआर के जवानों ने एक संयुक्त अभियान चलाया और सफलता पाई।
गौरतलब है कि यह मुठभेड़ उस घटना के दस दिन बाद हुई है जब 16 जुलाई को बोकारो जिले के जागेश्वर विहार थाना क्षेत्र के बिरहोरडेरा जंगल में भीषण मुठभेड़ में 5 लाख के इनामी नक्सली कुंवर मांझी समेत दो नक्सली मारे गए थे। उस कार्रवाई के दौरान सीआरपीएफ कोबरा 209 बटालियन के जवान परनेश्वर कोच शहीद हो गए थे।
लगातार हो रही इन कार्रवाइयों से यह स्पष्ट है कि झारखंड पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां राज्य को नक्सल मुक्त बनाने के लिए पूरी तत्परता से काम कर रही हैं। गुमला की यह मुठभेड़ नक्सल नेटवर्क को एक और बड़ा झटका माना जा रहा है।