जयपुर, 3 नवंबर 2025: राजस्थान की राजधानी जयपुर में सोमवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटना ने पूरे शहर को सदमे में डाल दिया। हरमाड़ा इलाके के लोहा मंडी के पास एक अनियंत्रित डंपर डंपर ट्रक ने नियंत्रण खोकर लगभग 300 मीटर के फासले में 17 गाड़ियों को बुरी तरह कुचल दिया। इस हादसे में 12 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 12 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।
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पुलिस ने डंपर चालक पर नशे में गाड़ी चलाने का आरोप लगाया है, और जांच जारी है। दुर्घटना दोपहर करीब 1 बजे हुई, जब खाली डंपर रोड नंबर 14 से लोहा मंडी पेट्रोल पंप की ओर हाईवे पर चढ़ने की कोशिश कर रहा था। चश्मदीदों के मुताबिक, डंपर की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक थी। अचानक ब्रेक फेल होने या चालक के नशे के असर से वाहन बेकाबू हो गया और पहले कारों, फिर मोटरसाइकिलों और पैदल चलने वालों को टक्कर मारते हुए लगातार 17 वाहनों को रौंदता चला गया।

हादसे की जगह खून से सन गई, कई शव क्षत-विक्षत हो गए, कुछ की अंग भंगुर हो चुके थे। गाड़ियां लोहे के ढेर में तब्दील हो गईं, और सड़क पर अफरा-तफरी मच गई। सीसीटीवी फुटेज में डंपर को बेकाबू होते हुए साफ देखा जा सकता है, जो सब कुछ रौंदते हुए रुकता है। पुलिस और स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। ट्रैफिक डायवर्ट कर बचाव कार्य शुरू किए गए।
घायलों को एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां आपातकालीन प्रोटोकॉल लागू कर इलाज चल रहा है। जयपुर के कलेक्टर जितेंद्र सोनी ने पुष्टि की कि 12 मौतें हुई हैं, जबकि पुलिस आयुक्त सचिन मित्तल ने शुरुआत में 10 बताए थे। डंपर चालक को हिरासत में ले लिया गया है, और उसके ब्लड सैंपल की जांच हो रही है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये की सहायता और घायलों के इलाज का खर्च वहन करने की घोषणा की। उन्होंने अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। विशेषज्ञों का कहना है कि व्यस्त इलाकों में स्पीड लिमिट, नशा परीक्षण और ब्रेक चेकिंग सख्ती से लागू होनी चाहिए।यह घटना सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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