नई दिल्ली, 14 नवंबर 2025। Amit Shah Warned: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए कार विस्फोट के बाद पूरे देश में सनसनी फैल गई है। इस भयावह घटना में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हुए। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने इस हमले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने का ऐलान करते हुए दुनिया को स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत किसी भी प्रकार के आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।
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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात में श्री मोतीभाई आर. चौधरी सागर सैनिक स्कूल और सागर ऑर्गेनिक प्लांट का उद्घाटन करने के बाद शाह ने कहा, “इस विस्फोट के जिम्मेदारों को दी गई सजा से वैश्विक स्तर पर एक मजबूत संदेश जाएगा। यह साबित करेगा कि भारत में ऐसी घटनाओं की कोई गुंजाइश नहीं है।” शाह ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की प्रतिबद्धता अटल है।

“जो कोई भी हमारे देश को नुकसान पहुंचाने की साजिश रचेगा, उसे कठोरतम परिणाम भुगतने पड़ेंगे। इसमें शामिल हर व्यक्ति को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा,” उन्होंने चेतावनी दी। एनआईए और दिल्ली पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि यह विस्फोट एक रेड फोर्ड इकोस्पोर्ट कार में अमोनियम नाइट्रेट से भरा हुआ था, जिसे संदिग्ध उमर नबी ने ट्रांसपोर्ट किया था।
मेवात से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, और कश्मीर में कई गिरफ्तारियां हुई हैं। सरकार ने इसे ‘एंटी-नेशनल फोर्सेस’ का करतूत करार दिया है। इस घटना ने दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास हुए ब्लास्ट में कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं, और सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध का आखिरी घंटों का पता चला है। शाह ने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि सरकार हर संभव सहायता देगी।
उन्होंने आतंकवाद के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति को रेखांकित करते हुए बताया कि मोदी सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। गुजरात के उद्घाटन समारोह में शाह ने शिक्षा और रक्षा क्षेत्रों पर फोकस किया। “मोतीभाई चौधरी सागर सैनिक स्कूल युवाओं को भारतीय सेना में सेवा के लिए तैयार करेगा। यह राष्ट्र निर्माण का महत्वपूर्ण कदम है,” उन्होंने कहा। सागर ऑर्गेनिक प्लांट ग्रामीण सशक्तिकरण का प्रतीक बनेगा, जो किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगा।

शाह की यह टिप्पणी न केवल दिल्ली ब्लास्ट पर प्रतिक्रिया है, बल्कि पूरे देश को एकजुट करने का आह्वान भी। विपक्ष ने सुरक्षा लापरवाही पर सवाल उठाए हैं, लेकिन सरकार ने जांच को तेज करने का वादा किया है। यह घटना भारत-पाकिस्तान तनाव को भी बढ़ा रही है, क्योंकि इस्लामाबाद में भी इसी हफ्ते एक ब्लास्ट हुआ। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की कूटनीति मजबूत हो रही है, और अमेरिका-यूरोपीय देशों ने तालिबान जैसे तत्वों पर प्रतिबंध लगाए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि शाह का बयान वैश्विक आतंकवाद विरोधी अभियान को मजबूती देगा। दिल्ली पुलिस ने 50 से अधिक कैमरों के फुटेज से जांच आगे बढ़ाई है, और अल फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता निलंबित कर दी गई है। पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने का संकल्प ही अब देश की प्राथमिकता है। यह समय है जब सभी दल एकजुट होकर आतंक के खिलाफ लड़ें।
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