उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हनीट्रैप का एक हाई-प्रोफाइल मामला सामने आया है, जिसमें एक मेकअप आर्टिस्ट युवती और उसके साथी ने मिलकर एक प्रतिष्ठित नमकीन कारोबारी को अपने जाल में फंसा लिया। प्यार के नाम पर बनाए गए संबंधों का वीडियो रिकॉर्ड कर आरोपियों ने कारोबारी को ब्लैकमेल करना शुरू किया और 5 से 7 लाख रुपये की मांग की।
कारोबारी की शिकायत के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
क्या है पूरा मामला?
मूल रूप से हाथरस निवासी युवती, जो पहले मुंबई में मेकअप आर्टिस्ट के रूप में काम कर चुकी है और कुछ समय दुबई और बहरीन में भी बिता चुकी है, ने दो साल पहले अलीगढ़ के कारोबारी से सोशल मीडिया के ज़रिए संपर्क किया था। कुछ महीने पहले वह अलीगढ़ लौटी और कारोबारी से फिर से जुड़ाव बनाया।
मथुरा में जन्मदिन के बहाने बुलाया
29 जून 2025 को युवती ने अपने जन्मदिन के बहाने कारोबारी को मथुरा बुलाया और एक होटल में साथ समय बिताया। इस दौरान गुप्त कैमरे से एक वीडियो बनाया गया, जिसमें उनके शारीरिक संबंध कैद किए गए। यह पूरा षड्यंत्र युवती और उसका सहयोगी क्षितिज उर्फ नक्श शर्मा ने मिलकर रचा।
वीडियो वायरल करने की धमकी और पैसे की मांग
अगले ही दिन 30 जून को वीडियो भेजकर युवती ने कारोबारी से 5 लाख रुपये मांगे। जब उसने इनकार किया तो मांग बढ़ाकर 7 लाख रुपये कर दी गई। इसके साथ ही कारोबारी के पिता और भाई को भी धमकी दी गई कि पैसे न देने पर वीडियो वायरल कर दिया जाएगा।
40 हजार रुपये भी ठगे
3 जुलाई की रात, युवती कारोबारी के घर पहुंची और उसे उल्टा वीडियो बनाने का दोषी ठहराने लगी। माफीनामा के बदले 40 हजार रुपये ले गई, लेकिन कारोबारी ने हार नहीं मानी और पूरे मामले की जानकारी एसपी सिटी को दी।
पुलिस की सटीक जांच और गिरफ्तारी
क्वार्सी थाने की पुलिस ने सीडीआर, सर्विलांस और स्क्रीनशॉट्स के आधार पर युवती और उसके सहयोगी के खिलाफ मामला दर्ज किया और 24 जुलाई 2025 को दोनों को गिरफ्तार कर लिया। छापेमारी में एक लैपटॉप भी बरामद हुआ जिसमें वीडियो बनाए गए थे।
बेरोजगारी बना कारण
पुलिस जांच में सामने आया कि युवती बेरोजगार थी और क्षितिज एक बीटेक ग्रेजुएट है। दोनों ने पहली बार इस तरह की घटना को अंजाम दिया और योजना थी कि यदि ये सफल हो गया तो और लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर पैसे वसूले जाएंगे।
सबूत मिटाने की कोशिश
आरोपियों ने सभी मैसेज और चैट डिलीट कर दिए थे, लेकिन कारोबारी ने स्क्रीनशॉट्स संभाल कर रखे थे, जो केस में पुख्ता सबूत साबित हुए। पुलिस को पता चला कि दोनों लखनऊ जाकर सिफारिशें भी करवा रहे थे, लेकिन आखिरकार गिरफ्तार कर लिए गए।








