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अखिलेश की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंगामा
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2018 में उछला था ‘टोंटी चोरी का मामला
लखनऊ, 6 सितंबर 2025। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व IAS अधिकारी अवनीश अवस्थी पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश ने 2018 के कुख्यात ‘टोंटी चोरी’ मामले को फिर से उठाते हुए अवस्थी को इस विवाद का मुख्य सूत्रधार बताया। उन्होंने कहा, “मेरी छवि खराब करने के लिए अवनीश अवस्थी ने टोंटी चोरी की कहानी फैलाई। मैं इसे कभी नहीं भूलूंगा।” यह बयान उस समय आया जब एक पत्रकार ने उनसे दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा ‘टोंटी चोर’ कहे जाने पर सवाल पूछा। अखिलेश ने पत्रकार को ‘बीजेपी का एजेंट’ करार देते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी।
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टोंटी चोरी विवाद का पृष्ठभूमि
‘टोंटी चोरी’ विवाद 2018 में शुरू हुआ, जब सुप्रीम कोर्ट ने अखिलेश यादव को सरकारी आवास खाली करने का आदेश दिया था। आरोप लगाया गया कि अखिलेश ने सरकारी बंगले से टोंटियां, बिजली के उपकरण और अन्य सामान हटा लिया था। बीजेपी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश की, और अखिलेश को ‘टोंटी चोर’ का तमगा दिया गया। अखिलेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि यह सब उनकी छवि को धूमिल करने की साजिश थी, जिसमें अवनीश अवस्थी और एक अन्य अधिकारी, ओएसडी कौशिक, शामिल थे। उन्होंने कहा, “एक अखबार ने स्टिंग ऑपरेशन किया था, जिसमें साफ हुआ कि अवस्थी ने यह साजिश रची।”
कौन हैं अवनीश अवस्थी?
अवनीश कुमार अवस्थी एक रिटायर्ड IAS अधिकारी हैं, जो उत्तर प्रदेश सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। 2022 में रिटायर होने से पहले वे गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव थे। रिटायरमेंट के बाद, उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सलाहकार नियुक्त किया गया। उनकी नजदीकी योगी सरकार से मानी जाती है, और वे कई नीतिगत फैसलों में अहम भूमिका निभाते हैं। हाल ही में, अखिलेश ने उनके उत्तराखंड स्थित बंगले से कथित 50 करोड़ रुपये की चोरी का जिक्र कर सनसनी फैलाई, जिस पर अवस्थी ने कानूनी कार्रवाई की धमकी दी। अवस्थी ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा, “मेरे 37 साल के करियर में कोई दाग नहीं है। मैं ऐसी अफवाहों के खिलाफ सख्त कदम उठाऊंगा।”
सियासी घमासान
अखिलेश के इस बयान ने उत्तर प्रदेश की सियासत में नया तूफान खड़ा कर दिया है। उन्होंने बीजेपी पर सिस्टम का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और कहा, “हम जनमास्टमी से सरकार के दिन गिन रहे हैं। अब 493 दिन बाकी हैं।” सपा प्रमुख ने यह भी संकेत दिया कि वे इस मुद्दे को आगामी चुनावों में भुनाने की कोशिश करेंगे। दूसरी ओर, बीजेपी ने अखिलेश के बयानों को बचकाना करार दिया। पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने भी अवस्थी के खिलाफ अखिलेश के आरोपों का समर्थन करते हुए जांच की मांग की, जिससे मामला और तूल पकड़ गया। यह विवाद उत्तर प्रदेश में सत्ता और विपक्ष के बीच तनातनी को और तेज कर सकता है।
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