लखनऊ, 19 सितंबर 2025। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने बीजेपी सरकार पर कमीशनखोरी, कालाबाजारी और किसानों की उपेक्षा का गंभीर आरोप लगाया। गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश ने कहा कि बीजेपी शासन में भ्रष्टाचार चरम पर है और प्रदेश का किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। उन्होंने दावा किया कि योगी सरकार की नीतियों ने किसानों को कर्ज के जाल में फंसाया और उनकी आय को दोगुना करने का वादा खोखला साबित हुआ है।
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अखिलेश ने कहा कि बीजेपी सरकार की गलत नीतियों के कारण किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का लाभ किसानों तक नहीं पहुंच रहा, और बिचौलियों व कालाबाजारियों का बोलबाला है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी नेताओं और उनके करीबियों ने कमीशनखोरी का जाल बिछा रखा है, जिससे सरकारी योजनाओं का लाभ आम जनता और किसानों तक नहीं पहुंच पा रहा। अखिलेश ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिजली, खाद और बीज की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि ने किसानों की कमर तोड़ दी है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार की निजीकरण की नीतियां किसानों और गरीबों के हितों के खिलाफ हैं। सपा नेता ने किसानों के कर्ज माफी की मांग उठाई और कहा कि योगी सरकार ने किसानों की कर्ज माफी के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि सपा की सरकार बनने पर किसानों को मुफ्त बिजली, कर्ज माफी और एमएसपी की गारंटी दी जाएगी। अखिलेश ने बीजेपी पर कानून-व्यवस्था को लेकर भी हमला बोला और कहा कि प्रदेश में अपराध बेकाबू है, जिसका खामियाजा किसानों और आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
उन्होंने बीजेपी को चेतावनी दी कि 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता इसका जवाब देगी। अखिलेश ने दावा किया कि सपा की नीतियां हमेशा से किसान-केंद्रित रही हैं, और उनकी पार्टी किसानों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाती रहेगी। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब उत्तर प्रदेश में किसान संगठन भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अखिलेश का यह बयान 2027 के चुनावों के लिए किसानों को लामबंद करने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
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