8जुलाई उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। इस धार्मिक आयोजन को भव्य और सुरक्षित बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कांवड़ियों की सुविधा, सुरक्षा और यात्रा मार्गों की व्यवस्था को लेकर कड़े निर्देश दिए। सीएम ने स्पष्ट कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, ताकि लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का यह पर्व निर्बाध और उत्साहपूर्ण ढंग से संपन्न हो।
सुरक्षा और स्वच्छता पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए पुलिस और प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने को कहा। यात्रा मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन निगरानी और पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, मार्गों पर स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए नियमित सफाई और कचरा प्रबंधन की व्यवस्था की जाएगी। योगी ने कहा, “कांवड़ यात्रा उत्तर प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा है। इसे सुचारु रूप से संपन्न करना हमारी जिम्मेदारी है।”श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का खाका
कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े, इसके लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। यात्रा मार्गों पर पेयजल, छाया, विश्राम स्थल और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र स्थापित किए जाएंगे। सीएम ने बिजली और सड़क विभाग को निर्देश दिए कि मार्गों पर रोशनी और सड़कों की मरम्मत का कार्य समय पर पूरा हो। इसके साथ ही, भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष ट्रैफिक योजना लागू की जाएगी, ताकि आम जनता को भी परेशानी न हो।
धार्मिक माहौल बनाए रखने के निर्देश
योगी ने कांवड़ यात्रा के धार्मिक महत्व को देखते हुए अधिकारियों से कहा कि यात्रा के दौरान शांति और सौहार्द का माहौल बनाए रखा जाए। उन्होंने डीजे और लाउडस्पीकर के उपयोग पर सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा। साथ ही, यात्रा मार्गों पर धार्मिक भजनों और भक्ति संगीत की व्यवस्था करने के लिए स्थानीय समितियों के साथ समन्वय करने के निर्देश दिए।महिला और बुजुर्ग कांवड़ियों के लिए विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने महिला और बुजुर्ग कांवड़ियों की सुविधा पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्गों पर अलग से महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाए और विश्राम स्थलों पर महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग व्यवस्था हो। इसके अलावा, आपातकालीन स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर और मोबाइल मेडिकल वैन की व्यवस्था भी की जाएगी।
स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही तय
समीक्षा बैठक में योगी ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को व्यक्तिगत रूप से तैयारियों की निगरानी करने को कहा। उन्होंने प्रत्येक जिले में कंट्रोल रूम स्थापित करने और यात्रा से संबंधित सभी गतिविधियों की रियल-टाइम मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। सीएम ने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए खुफिया तंत्र को सक्रिय रखा जाए।
कांवड़ यात्रा का महत्व
कांवड़ यात्रा, जो सावन माह में आयोजित होती है, उत्तर भारत में सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। हर साल लाखों शिवभक्त गंगा नदी से जल लेकर अपने-अपने क्षेत्रों में शिव मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं। उत्तर प्रदेश में यह यात्रा विशेष रूप से मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, वाराणसी और प्रयागराज जैसे शहरों में भव्य रूप लेती है। इस बार यात्रा 22 जुलाई से शुरू होने की संभावना है, और इसे देखते हुए प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सक्रियता और कड़े निर्देशों से यह स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश सरकार कांवड़ यात्रा 2025 को एक ऐतिहासिक और सुरक्षित आयोजन बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए सरकार इस पर्व को भव्यता प्रदान करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही। यात्रा के दौरान प्रशासन की मुस्तैदी और जनता का सहयोग इसे और भी सफल बनाएगा