पटना, 20 नवंबर 2025। Bihar Cabinet: बिहार की राजनीति में एक बार फिर नीतीश कुमार का जलवा बरकरार है। 20 नवंबर 2025 को गांधी मैदान में आयोजित भव्य शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार ने दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, तो उनके साथ 27 मंत्रियों ने भी पदभार ग्रहण किया। एनडीए की प्रचंड जीत के बाद बनी इस नई कैबिनेट में जेडीयू को 8, बीजेपी को 14, एलजेपी-आरवी को 2, एचएएम को 1 और आरएलएम को 1 मंत्री का कोटा मिला। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा इन 12 नए चेहरों की हो रही है, जिनकी चयन ने राजनीतिक पंडितों को भी चौंका दिया।
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ये चेहरे न केवल नई ऊर्जा लाए हैं, बल्कि सामाजिक समावेशिता और युवा प्रतिनिधित्व को मजबूत करते हैं। बीजेपी की ओर से रामकृपाल यादव सबसे चौंकाने वाले नामों में शुमार हैं। 2025 चुनाव में वे पटना के दानापुर सीट से आरजेडी के रितेश लाल यादव को हराकर विधायक बने। केंद्र में मोदी सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रह चुके रामकृपाल की कैबिनेट में एंट्री से बीजेपी का पिछड़ा वर्ग आधार मजबूत होगा।

इसी तरह, दीपक प्रकाश, जो राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) से हैं, उपेंद्र कुशवाहा के करीबी हैं। वे विधायक नहीं हैं, लेकिन शपथ के बाद उन्हें विधान परिषद का टिकट मिल सकता है। उनका चयन छोटे सहयोगी दलों को महत्व देने का संदेश देता है। महिलाओं के प्रतिनिधित्व ने भी सबको हैरान किया। रमा निषाद, बीजेपी की नई विधायक, पहली बार जीतकर कैबिनेट में पहुंचीं। निषाद समुदाय से ताल्लुक रखने वाली रमा को नाविक समाज का प्रतिनिधित्व सौंपा गया है, जो बिहार की नदी-किनारे बस्तियों के लिए नई उम्मीद जगाएगा। वहीं, श्रेयसी सिंह का नाम तो वाकई सरप्राइज पैकेज है।
ओलंपिक शूटर और पूर्व सांसद श्रेयसी, जो जमुई से बीजेपी विधायक बनीं, ने आरजेडी के मोहम्मद शमशाद आलम को 54,498 वोटों से हराया। उनकी एंट्री से कैबिनेट में खेल और महिला सशक्तिकरण का नया आयाम जुड़ेगा। अन्य चौंकाने वाले नामों में संजय सिंह टाइगर शामिल हैं, जो बिहार बीजेपी के कद्दावर नेता हैं। वे महुआ से विधायक बने और उनकी ऊर्जावान छवि कैबिनेट को गति देगी। अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, लाखेंद्र कुमार रौशन, प्रमोद कुमार चंद्रवंशी, संजय कुमार (एलजेपी-आरवी) और संजय कुमार सिंह (एलजेपी-आरवी) भी नए चेहरे हैं।
लाखेंद्र पसवान पतेपुर से आरजेडी को हराकर आए, जबकि प्रमोद एमएलसी हैं। ये चयन बीजेपी की चुनावी रणनीति का नतीजा हैं, जहां नई विधायकों को पुरस्कार दिया गया। कुल मिलाकर, ये 12 चेहरे एनडीए की एकजुटता और समावेशी दृष्टिकोण को दर्शाते हैं। जेडीयू के पुराने चेहरों जैसे विजय चौधरी, श्रवण कुमार के साथ ये नए नाम बिहार के विकास पर फोकस करेंगे। विपक्षी आरजेडी ने इसे ‘पुरानी वाइन नई बोतल’ कहा, लेकिन जनता उम्मीद कर रही है कि ये चेहरे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर नई पहल लाएंगे। यह कैबिनेट बिहार की राजनीति में नया अध्याय लिखेगी।
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