नई दिल्ली, 19 नवंबर 2025। Lawrence Bishnoi: अमेरिका ने भारत के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को डिपोर्ट कर दिया है। लॉरेंस बिश्नोई का यह छोटा भाई, जो एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या, सिद्धू मूसेवाला की हत्या और सलमान खान के घर पर फायरिंग जैसे सनसनीखेज मामलों का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है, 19 नवंबर 2025 को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (IGI) एयरपोर्ट पर उतरा।
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सुबह 10 बजे के करीब पहुंची इस विशेष डिपोर्टेशन फ्लाइट में अनमोल के अलावा दो अन्य पंजाबी फरार अपराधी और 197 अवैध प्रवासी भारतीय नागरिक सवार थे। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीम ने एयरपोर्ट पर ही उसे हिरासत में ले लिया, जहां से उसे सीधे पूछताछ के लिए ले जाया गया। अनमोल बिश्नोई, पंजाब के फाजिल्का जिले का निवासी, पिछले साल नवंबर से अमेरिका के पोटावाटामी काउंटी जेल में बंद था।
वह अप्रैल 2022 में नकली पासपोर्ट पर भारत से नेपाल होते हुए दुबई, केन्या के रास्ते अमेरिका भागा था। अमेरिकी अधिकारियों ने उसे कनाडा से होते हुए अमेरिका में प्रवेश करते पकड़ा। NIA ने उसके प्रत्यर्पण के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी, जिसमें पंजाब पुलिस की 2021 की खुफिया जानकारी ने अहम भूमिका निभाई। अनमोल ने अमेरिका में शरण की याचिका दाखिल की थी, लेकिन ट्रंप प्रशासन की सख्ती भरी नीतियों के तहत यह खारिज हो गई।
डिपोर्टेशन प्रक्रिया, जो पहले 10 साल लेती थी, अब महज 18 महीनों में पूरी हो गई। बाबा सिद्दीकी के बेटे और एनसीपी नेता जीशान सिद्दीकी ने यूएस होमलैंड सिक्योरिटी से ईमेल के जरिए पुष्टि की कि अनमोल को 18 नवंबर 2025 को अमेरिका से हटा दिया गया। जीशान ने केंद्र सरकार से तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी ।अनमोल पर भारत में कम से कम 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से सभी NIA के पास हैं।
वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग का प्रमुख विदेशी हैंडलर है, जो एन्क्रिप्टेड चैनलों से धमकियां जारी करता, शूटर्स को फंडिंग देता और हत्याओं का समन्वय करता था। NIA की चार्जशीट के अनुसार, बिश्नोई सिंडिकेट डी-कंपनी की तर्ज पर काम करता है, जिसमें 700 सदस्यों का नेटवर्क है। यह गैंग ड्रग्स, हथियार तस्करी, उगाही और टारगेटेड किलिंग्स में लिप्त है, जो पश्चिम एशिया, पूर्वी अफ्रीका और उत्तरी अमेरिका तक फैला हुआ है। बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर 2024 को मुंबई के बांद्रा में गोली मारकर हत्या में अनमोल का नाम मुख्य साजिशकर्ता के रूप में आया।
मुंबई पुलिस ने उसके ऑडियो क्लिप्स बरामद किए, जिसमें हत्या के निर्देश दिए गए थे। इसी तरह, अप्रैल 2024 में सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट्स पर फायरिंग और मई 2022 में सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी वह आरोपी है। NIA ने उसके लिए 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। NIA अधिकारी ने बताया कि अनमोल की वापसी से गैंग के वैश्विक नेटवर्क का पर्दाफाश होगा।
पहले NIA को उसकी कस्टडी मिलेगी, फिर पंजाब पुलिस मूसेवाला केस के लिए लेगी। पंजाब मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा, “उसे पंजाब लाया जाएगा, मुकदमा चलेगा और सजा मिलेगी।” सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार की सख्ती से ऐसे अपराधियों को अब कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं मिल रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह डिपोर्टेशन भारत-अमेरिका आपराधिक सहयोग का मील का पत्थर है।
अनमोल की पूछताछ से कई अनसुलझे मामलों में नई जानकारियां उभर सकती हैं।यह घटना अपराधियों के खिलाफ भारत की बढ़ती ताकत दिखाती है। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सीमापार अपराध पर लगाम लग रही है। लोगों में न्याय की उम्मीद जगी है, लेकिन गैंग की जड़ें गहरी हैं। सतर्कता जरूरी है।








