नई दिल्ली, 17 नवंबर 2025। Stock Market: अमेरिका के साथ संभावित ट्रेड समझौते की सकारात्मक खबरों के बीच हफ्ते के पहले कारोबारी दिन, यानी 17 नवंबर 2025 को भारतीय शेयर बाजार ने मजबूत शुरुआत की। घरेलू सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही हरित क्षेत्र में बंद हुए, जो निवेशकों के बीच बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
पीएसयू बैंकिंग और ऑटोमोबाइल सेक्टर के दमदार प्रदर्शन ने बाजार को गति प्रदान की। बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 388.17 अंकों की छलांग लगाकर 0.46 प्रतिशत ऊपर चढ़ते हुए 84,950.95 के स्तर पर समाप्त हुआ। वहीं, एनएसई का निफ्टी 50 भी 103.40 अंकों या 0.40 प्रतिशत की बढ़त के साथ 26,013.45 पर बंद हुआ, जो छठे लगातार सकारात्मक सत्र का संकेत है।
बाजार की चौड़ाई मजबूत रही, जिसमें मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी 0.5-0.7 प्रतिशत ऊपर रहे। बाजार की तेजी में ऑटो सेक्टर ने अहम भूमिका निभाई। मारुति सुजुकी के शेयर 1.34 प्रतिशत ऊपर चढ़े, जबकि महिंद्रा एंड महिंद्रा एडवांस्ड 1.11 प्रतिशत मजबूत हुई। बैंकिंग क्षेत्र में कोटक महिंद्रा बैंक 1.26 प्रतिशत की बढ़त के साथ चमका, जो पीएसयू बैंकों की रैली का हिस्सा था।
इसके अलावा, एटरनल 1.94 प्रतिशत, टेक महिंद्रा 1.06 प्रतिशत ऊपर रहे। इन स्टॉक्स की मजबूती ने समग्र बाजार को संभाला और निवेशकों को आकर्षित किया। विशेषज्ञों का मानना है कि, वैश्विक व्यापारिक तनावों में कमी और मजबूत क्वार्टरली रिजल्ट्स ने इस उछाल को बढ़ावा दिया। हालांकि, कुछ सेक्टरों में गिरावट भी देखी गई। टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स के शेयरों में 4.83 प्रतिशत की भारी गिरावट आई, जो कंपनी की हालिया चुनौतियों को दर्शाती है।
अल्ट्राटेक सीमेंट 0.70 प्रतिशत, एशियन पेंट्स 0.67 प्रतिशत, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स 0.57 प्रतिशत और टाटा स्टील 0.43 प्रतिशत नीचे बंद हुए। मेटल और रियल्टी सेक्टरों में हल्की कमजोरी रही, लेकिन कुल मिलाकर बाजार का मूड सकारात्मक रहा। एफआईआई ने 1,200 करोड़ रुपये की खरीदारी की, जबकि डीआईआई ने बिकवाली की, फिर भी सूचकांक ऊपर रहे। एक्सपर्ट्स ने इस रुझान को सतत बताया है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, “भारतीय बाजार में सकारात्मक भविष्यवाणी बनी हुई है। अमेरिका-भारत ट्रेड डील पर निवेशकों की नजर टिकी है, जो निर्यात-आयात को बढ़ावा देगी। मिडकैप कंपनियों के मजबूत क्यू2 नतीजों ने भी विश्वास जगाया है। आगे, वैश्विक संकेतकों पर नजर रखें।” अन्य विश्लेषकों ने सलाह दी कि निवेशक डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो पर फोकस करें, क्योंकि वैश्विक अनिश्चितताएं बनी रहेंगी।
यह तेजी दक्षिण एशिया की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है, जहां जीडीपी ग्रोथ 7 प्रतिशत से ऊपर बनी हुई है। निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि फेड रिजर्व की नीतियां बाजार को प्रभावित कर सकती हैं। कुल मिलाकर, सोमवार का सत्र बाजार की लचीलापन दिखाता है।
यह जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा है। निवेश से पहले हमेशा वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।
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