नई दिल्ली, 18 अक्टूबर 2025। DTC Plan: दिल्ली परिवहन निगम (DTC) ने एक अनोखी और पर्यावरण-अनुकूल पहल शुरू की है, जिसमें पुरानी रिटायर्ड बसों को आधुनिक कैंटीन में बदलकर यात्रियों को सस्ता और स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। यह ‘बस कैंटीन’ योजना दिल्ली के तीनों अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (ISBT) – कश्मीरी गेट, सराय काले खां और आनंद विहार – सहित प्रमुख बस टर्मिनलों के आसपास लागू होगी। DTC ने इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे न केवल पुरानी बसों का पुन: उपयोग होगा, बल्कि निगम की आय में भी वृद्धि होगी।
इसे भी पढ़ें- Delhi AQI: दिल्ली में AQI 350 पार, दिवाली से पहले ही घुटने लगा दम, सुबह से ही प्रदूषण का कहर
इस योजना के तहत पुरानी बसों को रेस्टोरेंट के अंदाज में रिनोवेट किया जाएगा। बसों के इंटीरियर को आकर्षक बनाया जाएगा, जहां सीटों को डाइनिंग टेबल्स में बदला जाएगा। मेन्यू में लोकल दिल्ली स्ट्रीट फूड जैसे चाट, समोसे, पाव भाजी, आलू टिक्की और ठंडाई जैसी डिशेज शामिल होंगी, जो मात्र 20-50 रुपये में उपलब्ध होंगी। यह सस्ता दाम यात्रियों, खासकर लंबी दूरी के बस यात्रियों के लिए वरदान साबित होगा, जो अक्सर महंगे फूड कोर्ट्स से परेशान रहते हैं। DTC के एक अधिकारी ने बताया, “यह योजना यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के साथ-साथ DTC की फ्लीट को सस्टेनेबल बनाने का प्रयास है।

पुरानी बसें, जो अब सड़कों पर नहीं चलतीं, अब ‘फूड बस’ बनकर नई जिंदगी पाएंगी। “दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) भी इस कॉन्सेप्ट को आगे बढ़ा रहा है। यमुना नदी के किनारे विकसित पार्कों, जैसे यमुना वाटिका, में पुरानी DTC बसों को मोबाइल किचन और रेस्टोरेंट में तब्दील किया जाएगा। मार्च 2025 में लॉन्च हुए पायलट प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में 5-10 ऐसी बस कैंटीनें स्थापित की जाएंगी। DDA के अनुसार, ये बस रेस्टोरेंट पर्यटकों और पिकनिक करने वालों को आकर्षित करेंगे, जहां बैठकर यमुना का नजारा देखते हुए खाना खाया जा सकेगा। यह पहल वेस्ट मैनेजमेंट को बढ़ावा देगी, क्योंकि पुरानी बसें स्क्रैप होने के बजाय उपयोगी बनेंगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना DTC की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, जो पिछले एक दशक से चुनौतियों से जूझ रही हैं। 2025 में शुरू हुई इलेक्ट्रिक बसों की लहर के बीच यह स्टेप क्रिएटिव रेवेन्यू मॉडल साबित हो सकता है। पहले चरण में 100 कैंटीनें खोलने का लक्ष्य है, जो झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों में भी फैलाई जाएंगी। दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट मंत्री ने कहा, “यह न सिर्फ यात्रियों को सस्ता भोजन देगी, बल्कि स्थानीय विक्रेताओं को रोजगार भी प्रदान करेगी।”
सोशल मीडिया पर यह प्लान वायरल हो रहा है, जहां लोग ‘बस कैंटीन’ को दिल्ली का नया आइकॉनिक स्पॉट बता रहे हैं। कुल मिलाकर, DTC की यह खास योजना दिल्ली को और जीवंत बनाएगी। पुरानी बसों से नई कहानियां रचते हुए, यह साबित करेगी कि सस्टेनेबिलिटी और इनोवेशन का मेल कितना स्वादिष्ट हो सकता है। जल्द ही दिल्लीवासी इन ‘फूड बसों’ में चख सकेंगे घर जैसा स्वाद!
इसे भी पढ़ें- Poison In The Air: पिछले दस सालों में दिवाली पर दिल्ली-एनसीआर का AQI कितना घातक रहा?








