नई दिल्ली, 15 अक्टूबर 2025। Vegetable Prices Hike: त्योहारों के मौसम में महंगाई की मार से जूझ रहे आम लोगों को दिवाली तक बड़ी राहत मिलने वाली है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2025 में खुदरा महंगाई दर घटकर 1.54 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो अगस्त के 2.07 प्रतिशत से 0.53 प्रतिशत कम है। यह आंकड़ा जून 2017 के बाद का सबसे निचला स्तर है। खासकर खाद्य पदार्थों की महंगाई -2.28 प्रतिशत पर आ गई, जो दिसंबर 2018 के बाद सबसे कम है।
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इससे दिल्ली जैसे महानगरों में किचन बजट पर सकारात्मक असर पड़ेगा, और सब्जियों के घटते दामों से घर-घर खुशहाली का संदेश पहुंचेगा। हालांकि, फलों के दामों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा, जो जेब पर अतिरिक्त भार डाल सकता है। इस गिरावट के पीछे मुख्य कारण अनुकूल आधार प्रभाव है, जहां पिछले साल सितंबर में कीमतें ऊंची थीं, जिसकी तुलना में इस बार कमी ज्यादा दिख रही है।

इसके अलावा, सरकार के हालिया जीएसटी सुधारों ने खाने-पीने की चीजों पर लगाम लगाई है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये सुधार दिवाली तक कीमतों को स्थिर रखेंगे, जिससे उपभोक्ताओं की बचत बढ़ेगी। दिल्ली की आजादपुर मंडी और ओखला सब्जी बाजारों में हाल के दिनों में सब्जियों की आवक बढ़ी है, जिससे दामों में नरमी आई है। एनएसओ के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल की तुलना में सब्जियों के दाम 21.38 प्रतिशत गिर गए हैं।
आलू, टमाटर, प्याज जैसी जरूरी सब्जियां अब सस्ती हो गई हैं, जिससे दैनिक खर्च में 15-20 प्रतिशत की कमी संभव है। दालों और उनके उत्पादों में भी 15.32 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जो मध्यम वर्ग के लिए बड़ी राहत है।
अनाज, अंडे, खाद्य तेल और वसा की कीमतें भी नीचे आई हैं। दिल्ली में करेला अब 30-40 रुपये किलो, लौकी 20-30 रुपये, तोरई 25-35 रुपये और बैंगन 40-50 रुपये किलो बिक रहा है, जो जुलाई-अगस्त की ऊंची दरों से काफी कम है। दूसरी ओर, फलों के दाम त्योहारी मांग के चलते बढ़ सकते हैं। सेब, केला, संतरा और अंगूर जैसे फल अभी स्थिर हैं, लेकिन दिवाली की खरीदारी से 10-15 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान है।

विशेषज्ञों के अनुसार, आयातित फलों पर वैश्विक बाजार की अस्थिरता असर डाल रही है, जिससे जेब पर बोझ पड़ेगा। फिर भी, कुल मिलाकर खाद्य महंगाई में कमी से किचन बजट संतुलित रहेगा। गृहणियां अब चिंता मुक्त होकर त्योहार की तैयारियां कर सकेंगी। सरकार ने भी स्टॉक लिमिट और आयात नीतियों से कीमतों पर नजर रखी है। वित्त मंत्री ने कहा कि दिवाली तक और राहत के कदम उठाए जाएंगे।
यह गिरावट न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश में त्योहारों को रंगीन बनाएगी, लेकिन फलों की मॉनिटरिंग जरूरी है। कुल मिलाकर, सस्ती सब्जियां और दालें दिवाली की खुशियों को दोगुना करेंगी, जबकि फलों का बोझ सीमित रहेगा।
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