पटना, 14 अक्टूबर 2025। BJP Candidates List: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपनी पहली उम्मीदवार सूची जारी कर दी है, जिसमें कुल 71 नाम शामिल हैं। यह ‘स्पेशल 71’ सूची प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में अंतिम रूप दी गई।
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सूची में सामाजिक समीकरणों, संगठनात्मक संतुलन और जीत की क्षमता को प्राथमिकता दी गई है, जो पार्टी की रणनीति को दर्शाती है।पहली सूची में पहले और दूसरे चरण की मतदान वाली सीटें कवर की गई हैं। पार्टी ने 61 मौजूदा विधायकों को दोबारा टिकट देकर वफादारी का इनाम दिया, वहीं 10 नए चेहरों को मौका देकर ताजगी का संचार किया।
इनमें युवा कार्यकर्ता और नेताओं का अच्छा प्रतिनिधित्व है, जो संगठन में नई ऊर्जा लाएगा। विशेष रूप से, पिछड़े, अति पिछड़े, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों पर फोकस किया गया है। नौ महिलाओं को टिकट देकर पार्टी ने आधी आबादी के प्रति प्रतिबद्धता जताई। दो एमएलसी को विधानसभा का टिकट देकर पार्टी ने ऊपरी सदन से सदन में शिफ्ट का संकेत दिया। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को तारापुर और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को सिवान से नामित किया गया।
मंगल पांडेय का एमएलसी कार्यकाल अभी चार साल से ज्यादा बाकी है, जबकि सम्राट चौधरी का आठ महीने। इसके अलावा, दो पूर्व एमएलसी रजनीश कुमार (तेघरा) और वैद्यनाथ प्रसाद (रीगा) को भी मैदान में उतारा गया। पूर्व सांसदों को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। रामकृपाल यादव को दानापुर और सुनील कुमार पिंटू को सीतामढ़ी से टिकट मिला। बक्सर से लोकसभा लड़ चुके मिथिलेश तिवारी को गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर से चुना गया।
2020 में हारी छह सीटों सिवान, दानापुर, बिक्रम, अरवल, औरंगाबाद व गुरुआ पर प्रत्याशी बदल दिए गए, जो पार्टी की ‘जीत की गारंटी’ रणनीति को उजागर करता है। हालांकि, किशनगंज से स्वीटी सिंह को तीसरी बार टिकट देकर अपवाद बनाया गया। सूची में कई निवर्तमान मंत्री और पूर्व उपमुख्यमंत्री जैसे दिग्गज शामिल हैं, लेकिन कुछ वरिष्ठों जैसे नंद किशोर यादव का टिकट कटना चर्चा का केंद्र बना।
सूची जारी होते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई। टिकट कटने से नाराज कुछ नेताओं ने वीडियो संदेश जारी कर संगठन के प्रति निष्ठा जताई, लेकिन अंतर्विरोध की आशंका है। पार्टी नेतृत्व ने कहा कि सभी नाराजगियों को संवाद से सुलझाया जाएगा। विपक्ष में हड़कंप मच गया, खासकर महागठबंधन में कन्फ्यूजन बढ़ा। बीजेपी की यह सूची बिहार में NDA की मजबूत वापसी का संकेत देती है। शेष सीटों पर नाम जल्द घोषित होंगे। कुल मिलाकर, यह सूची बदलाव और संतुलन का बेहतरीन मिश्रण है, जो चुनावी समर को रोमांचक बनाएगी।
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