वाशिंगटन/जेरूसलम, 13 अक्टूबर 2025। Israel-Hamas War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को मिडिल ईस्ट के लिए रवाना होकर गाजा में लंबे संघर्ष के अंत की उम्मीद जगाई है। ट्रंप ने उड़ान भरते हुए कहा, “गाजा का युद्ध समाप्त हो गया है।” यह बयान इजरायल-हमास युद्ध के 13 महीनों के बाद आया, जब शुक्रवार को लागू हुए युद्धविराम समझौते के तहत बंधकों की रिहाई की प्रक्रिया शुरू हो रही है। दुनिया भर की नजरें सोमवार दोपहर तक हमास द्वारा बंधकों को मुक्त करने पर टिकी हैं।
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ट्रंप का यह दौरा इजरायल और मिस्र तक सीमित रहेगा, जहां वे बंधक परिवारों से मुलाकात करेंगे और इजरायल की संसद केनेसेट को ऐतिहासिक संबोधन देंगे। समझौते के अनुसार, हमास सोमवार दोपहर तक (0900 जीएमटी) गाजा में बचे 20 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा, जिन्हें 7 अक्टूबर 2023 के हमले में बंधक बनाया गया था। बदले में, इजरायल को 250 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करना होगा, जिनमें उम्रकैद की सजा काट रहे शामिल हैं, साथ ही 1,700 अन्य फलस्तीनी कैदियों को भी मुक्त किया जाएगा।
यह आदान-प्रदान गाजा से इजरायली सेना की वापसी के साथ जुड़ा है, जो संघर्ष को स्थायी शांति की ओर ले जा सकता है।ट्रंप ने व्हाइट हाउस से प्रस्थान से पहले कहा कि यह सौदा “इतिहास का एक महत्वपूर्ण मोड़” है। उन्होंने हमास और इजरायली नेतृत्व दोनों की सराहना की, लेकिन चेतावनी दी कि यदि कोई पक्ष समझौते का उल्लंघन करता है, तो परिणाम गंभीर होंगे।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप का स्वाग करने की तैयारी की है, जबकि बंधक परिवार उत्साहित लेकिन सतर्क हैं। एक परिवार के सदस्य ने कहा, “हमारी प्रार्थनाएं सफल होंगी।” दुनिया भर में इस घटना पर प्रतिक्रियाएं तेज हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इसे “मानवीय राहत” बताया, जबकि ईरान और तुर्की जैसे देशों ने सतर्कता बरतने की सलाह दी।
अमेरिका में, ट्रंप समर्थक इसे उनकी कूटनीतिक जीत बता रहे हैं, जबकि विपक्ष इसे “अस्थायी विराम” कह रहा है। गाजा में युद्धविराम के बाद मानवीय सहायता बढ़ाने की योजना है, जिसमें भोजन, दवा और पुनर्निर्माण शामिल है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह शांति स्थायी तभी बनेगी, जब क्षेत्रीय शक्तियां जैसे सऊदी अरब और कतर इसमें भूमिका निभाएं।ट्रंप का दौरा न केवल बंधकों की रिहाई तक सीमित है, बल्कि मिडिल ईस्ट में अमेरिकी प्रभाव को मजबूत करने का प्रयास भी है।
यदि सब कुछ योजना अनुसार होता है, तो यह 2023 के हमले के बाद पहली बड़ी सफलता होगी। लेकिन जोखिम बाकी हैं—हमास के आंतरिक मतभेद या इजरायली दबाव समूहों की मांगें प्रक्रिया को पटरी से उतार सकती हैं। दुनिया शांति के इस आगाज को देख रही है, उम्मीद है कि यह नया अध्याय हिंसा से मुक्ति दिलाएगा।








