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छांगुर बाबा गिरोह पर ATS का शिकंजा, हिंदू अपमान और जबरन धर्मांतरण का खुलासा
लखनऊ/बलरामपुर, 11 अक्टूबर 2025। Changur Baba Chargesheet: उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने अवैध धर्मांतरण गिरोह के सरगना छांगुर शाह उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ विशेष अदालत में 33 गवाहों वाली विस्तृत चार्जशीट दाखिल की है। चार्जशीट से खुलासा हुआ कि छांगुर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कर इस्लाम को सर्वोच्च बताता था। वह गरीबों, दलितों और मजबूरों को लालच देकर धर्मांतरण करवाता था।
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नीतू रोहरा उर्फ नसरीन और नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन को ‘रोल मॉडल’ बताकर करोड़ों रुपये के फायदे का लॉबिंग करता था। गिरोह हिंदू धर्म की गलत व्याख्या, जहन्नुम का भय और आर्थिक प्रलोभन देकर निशाना बनाता था। चार्जशीट में 18 पुलिस अधिकारी, तीन पीड़ित महिलाएं और अन्य गवाहों के बयान दर्ज हैं। औरैया की एक पीड़िता ने बताया कि छांगुर ने उसके साथ छेड़छाड़ की, जबकि उसके सहयोगियों ने बलात्कार किया।
दूसरी पीड़िता ने रेप और जातीय अपमान की शिकायत की। गवाहों में संचित कुमार, राम नरेश मौर्य, नरेंद्र कुमार, जग प्रसाद, मनोज कुमार, छांगे उर्फ सागर, रमेश चंद्र, नंदराम उर्फ भंडारी, वसीउद्दीन उर्फ बब्बू चौधरी, संतोष कुमार, दुर्गेश कुमार, हरजीत और रमेश कुमार शर्मा शामिल हैं। ज्यादातर का या तो धर्मांतरण हो चुका था या जबरन प्रयास किया गया।
कुल छह आरोपी
छांगुर उर्फ जलालुद्दीन (मास्टरमाइंड, छेड़खानी), नीतू उर्फ नसरीन (नवीन की पत्नी, रेप व अपमान में सहयोगी), रशीद शाह (धर्मांतरण प्रचारक), मो. सबरोज (गरीबों को बहकाने वाला), शहाबुद्दीन (सदस्य) और राजेश कुमार उपाध्याय (कोर्ट बाबू, पद दुरुपयोग)। छांगुर के पास से शिजरा-ए-तैयबा की किताबें, पंफ्लेट मिले, जिनमें इस्लाम की महिमा, हिंदू धर्म की बुराइयां और अपमानजनक स्लोगन थे। गिरोह का मकसद भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना और शरीयत लागू करना था। कट्टरपंथी मानसिकता से प्रेरित सदस्य भय-लालच का सहारा लेते थे।
जांच में विदेशी फंडिंग के सबूत
नवीन के खाते में दुबई से 23.61 करोड़ रुपये आए, जो अन्य खातों में ट्रांसफर हुए। ATS का कहना है कि यह गिरोह जनसंख्या संतुलन बिगाड़ने की साजिश रच रहा था। मामला गंभीर है, अदालत में सुनवाई जारी है।
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