नई दिल्ली/रावलपिंडी, 9 अक्टूबर 2025। Operation Sindoor: दशहरे के पावन अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी द्वारा पाकिस्तान को दिए गए सख्त संदेश ने पड़ोसी देश में भूचाल ला दिया है। सर क्रीक सीमा पर किसी भी हिमाकत की कोशिश को ऐतिहासिक और भौगोलिक परिवर्तन की चेतावनी ने पाकिस्तानी सेना में खलबली मचा दी। जवाब में पाकिस्तान आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने बुधवार (8 अक्टूबर) को रावलपिंडी के जनरल हेडक्वार्टर में 272वीं कोर कमांडर कॉन्फ्रेंस बुलाई।
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समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, इस बैठक में मुनीर ने भारतीय चेतावनियों पर गहरी चिंता जताई और अपनी सेना को हर संभावित हमले के लिए तैयार रहने का आदेश दिया। मुनीर ने गीदड़भभकी देते हुए कहा, “हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि हर हमले का त्वरित और आक्रामक जवाब दिया जाएगा। हमारी सेना मजबूत और दृढ़ है।” उन्होंने सैनिकों को फिजिकल फिटनेस, अनुशासन और सतर्कता बनाए रखने पर जोर दिया।
कॉन्फ्रेंस में कश्मीर मुद्दे को फिर उछाला गया, जहां मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों के साथ खड़ा है। साथ ही, गाजा में तत्काल युद्धविराम और मानवीय सहायता की मांग की। कमांडर्स ने हाल ही में पाकिस्तान-सऊदी अरब डिफेंस डील की सराहना की, जो सीमा सुरक्षा को मजबूत करेगी। यह सब ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में है, जो भारत की निर्णायक कार्रवाई का प्रतीक बन चुका है।
2 अक्टूबर को गुजरात के भुज सैन्य अड्डे पर जवानों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को ललकारा। उन्होंने कहा, “सर क्रीक पर पाकिस्तान के बुनियादी ढांचे के विस्तार से उसकी मंशा साफ है। भारत ने बातचीत के जरिए मुद्दा सुलझाने की कोशिश की, लेकिन अब किसी दुस्साहस का कड़ा जवाब दिया जाएगा – इतना कि पाकिस्तान का इतिहास और भूगोल बदल जाए।” सिंह ने 1965 युद्ध का जिक्र करते हुए चेताया कि लाहौर पहुंचने वाली सेना कराची का रास्ता भी सर क्रीक से ही गुजरता है।
सर क्रीक, 96 किमी लंबी दलदली भूमि, गुजरात और सिंध के बीच विवादित क्षेत्र है। 3 अक्टूबर को जनरल द्विवेदी ने भी पाकिस्तान को आगाह किया। श्रीगंगानगर में बोलते हुए उन्होंने कहा, “राज्य-प्रायोजित आतंकवाद बंद करो, वरना दुनिया के नक्शे से मिट जाओगे। ऑपरेशन सिंदूर की तरह संयम दोबारा नहीं दिखाया जाएगा।” यह चेतावनी पाकिस्तान के आतंक समर्थन पर केंद्रित थी।पाकिस्तानी सेना ने भारतीय बयानों की आलोचना की, लेकिन आंतरिक हलचल साफ दिख रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ये बयान भारत की मजबूत सैन्य मुद्रा को दर्शाते हैं, जो सर क्रीक जैसे संवेदनशील मुद्दों पर कोई ढील नहीं बर्दाश्त करेगा। पाकिस्तान की तरफ से जवाबी बयानबाजी जारी है, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर की धमक से उनकी नींद हराम हो चुकी है। भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि शांति के लिए पाकिस्तान को आतंकवाद छोड़ना होगा, वरना परिणाम भुगतने पड़ेंगे। यह घटनाक्रम दक्षिण एशिया की सुरक्षा को नई दिशा दे सकता है।
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