Saturn transit 2025: 3 अक्टूबर 2025 की रात 9:49 बजे शनि वक्री होकर मीन राशि के पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेंगे, जिसका प्रभाव न केवल व्यक्तिगत राशियों, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी दिखेगा। शनि, कर्म और अनुशासन का प्रतीक, इस उग्र नक्षत्र में प्रवेश कर सत्ता, समाज और अर्थव्यवस्था को कठोर परीक्षा देगा।
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वैश्विक प्रभाव: शनि का यह गोचर अमेरिका में चुनावी ध्रुवीकरण और सुप्रीम कोर्ट के फैसलों से असंतोष बढ़ा सकता है। चीन की दक्षिण चीन सागर में आक्रामकता विवादों को जन्म देगी। मध्य-पूर्व और यूरोप में ऊर्जा मार्ग जैसे स्ट्रेट ऑफ होर्मुज, सुएज नहर और मलक्का जलडमरूमध्य में तनाव बढ़ेगा, जो वैश्विक व्यापार और तेल आपूर्ति को प्रभावित करेगा।
भारत पर असर: भारत में संसद और गठबंधन राजनीति में अस्थिरता संभव है। जनता सरकार से पारदर्शिता और जवाबदेही मांगेगी। बंदरगाह, शिपिंग और सागरमाला जैसी परियोजनाओं पर सख्त ऑडिट होगा। कृषि और नवीकरणीय ऊर्जा नीतियों में सुधार की संभावना है। इसरो और DRDO जैसे संस्थानों से महत्वपूर्ण शोध की खबरें आ सकती हैं।
अर्थव्यवस्था: शनि का प्रभाव तेल, गैस और फिनटेक सेक्टर पर सख्ती लाएगा। शेयर बाजार में ठोस कमाई वाली कंपनियां प्राथमिकता पाएंगी। KYC और AML नियम कड़े होंगे। भारत और अफ्रीका में खाद्य सुरक्षा और उर्वरक पर सरकारी नियंत्रण बढ़ेगा।
समाज और धर्म: पूर्वाभाद्रपद की उग्र प्रकृति ढोंगी बाबाओं का पर्दाफाश करेगी, जबकि योग और आध्यात्मिक अनुशासन को बढ़ावा मिलेगा। यूरोप और अमेरिका में मानसिक स्वास्थ्य और माइंडफुलनेस मुख्यधारा में आएंगे।
विज्ञान और प्रकृति: समुद्र-विज्ञान, अंतरिक्ष और स्वास्थ्य-टेक्नोलॉजी में प्रगति होगी। हालांकि, जलवायु परिवर्तन के कारण बाढ़, तूफान और जंगल की आग बढ़ सकती है। हिंद और प्रशांत महासागर में भूकंप या सुनामी की आशंका है। शनि का यह गोचर सत्य, अनुशासन और पारदर्शिता की मांग करेगा। जो प्रणालियां इन मूल्यों पर टिकी होंगी, वे मजबूत होंगी, बाकी ढह सकती हैं। यह खगोलीय घटना विश्व इतिहास में नया अध्याय लिखेगी।
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