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संस्थान की ‘लेडी गैंग’ ने की साजिश
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तीन महिलाओं ने छात्राओं को फंसाया जाल में
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फरार स्वामी की तलाश तेज
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पुलिस पर दबाव, NCW ने लिया संज्ञान
नई दिल्ली, 26 सितंबर 2025। Swami Chaitayanand Case: दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट (SRIIM) में एक सनसनीखेज यौन उत्पीड़न कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। संस्थान के चेयरमैन और स्वयंभू बाबा स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी पर 17 से अधिक छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाए हैं। इनमें रात भर अश्लील व्हाट्सएप संदेश भेजना, अनचाहे शारीरिक स्पर्श और जबरन कमरे में बुलाना शामिल है।
खासकर ‘बेबी आई लव यू’, ‘तुम आज बहुत सुंदर लग रही हो’ जैसे मैसेजेस ने छात्राओं की जिंदगी को नर्क बना दिया। 62 वर्षीय यह तथाकथित धर्मगुरु कर्नाटक के श्रींगेरी शारदा पीठम से जुड़ा होने का दावा करता था, लेकिन उसके काले कारनामों ने इस संस्थान की साख पर कलंक लगा दिया। मामला तब उजागर हुआ जब 28 जुलाई 2025 को एक पूर्व छात्रा ने संस्थान को पत्र लिखकर स्वामी की करतूतों का खुलासा किया। पत्र में छात्रा ने बताया कि स्वामी छात्राओं से छेड़छाड़ करता था और तीन महिला सहयोगी इस साजिश में उसकी मदद करती थीं। इसके कुछ ही दिनों बाद, 1 अगस्त को भारतीय वायुसेना के एक ग्रुप कैप्टन ने एक गुप्त ईमेल भेजा।
ईमेल में उन्होंने बताया कि एयरफोर्स परिवारों से जुड़ी कई छात्राओं ने उन्हें स्वामी के यौन शोषण की शिकायतें की हैं। ग्रुप कैप्टन ने लिखा कि स्वामी देर रात छात्राओं को परेशान करता था, उन्हें अपने कमरे में बुलाता और अश्लील मैसेज भेजता। इस ईमेल ने आग में घी का काम किया। इसके बाद 3 अगस्त को संस्थान की गवर्निंग काउंसिल ने 30 से अधिक छात्राओं के साथ वर्चुअल बैठक आयोजित की। इस बैठक में कई छात्राओं ने खुलकर स्वामी के खिलाफ आवाज उठाई।
एक 21 वर्षीय छात्रा ने अपनी दर्द भरी दास्तां सुनाई। उसने बताया कि स्वामी ने पहली मुलाकात में ही उसे ‘बेबी’ कहकर बुलाया और धीरे-धीरे मैसेजेस की बौछार शुरू कर दी। रात के 2-3 बजे ‘मेरे कमरे में आओ’ जैसे संदेश आते, जिन्हें नजरअंदाज करने पर धमकियां मिलतीं। होली के दिन तो हद हो गई। स्वामी ने छात्राओं को लाइन में खड़ा कर ‘हरी ओम’ बोलने को कहा और गालों पर रंग लगाते हुए अनुचित स्पर्श किया। छात्रा ने कहा, “हमारी आर्थिक स्थिति कमजोर थी, इसलिए डर के मारे चुप रहीं। स्वामी विदेश यात्राओं का लालच देकर हमें फंसाता था। “पुलिस ने 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए, जिनमें से 17 ने यौन उत्पीड़न, अभद्र भाषा और मानसिक शोषण के आरोप लगाए।
एफआईआर में खुलासा हुआ कि स्वामी ने संस्थान में एक ‘लेडी गैंग’ तैयार कर रखी थी। इसमें तीन महिला वार्डन शामिल थीं, जो छात्राओं को उकसातीं, स्वामी के मैसेज डिलीवर करतीं और सबूत मिटातीं। ये महिलाएं छात्राओं को ‘बाबा की सेवा’ के नाम पर कमरे में भेजतीं। स्वामी ने अपने कमरे को वीआईपी और वीवीआईपी फोटोज से सजाया था, ताकि छात्राएं प्रभावित हों। अब यह गैंग भी जांच के घेरे में है। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने मामले का स्वतः संज्ञान लिया है। दिल्ली पुलिस ने स्वामी के खिलाफ POCSO और IPC की धाराओं के तहत केस दर्ज किया। स्वामी फरार है और उसकी आखिरी लोकेशन मुंबई या आगरा ट्रेस हुई है।
सूत्रों के अनुसार, वह भेष बदलकर लंदन भागने की फिराक में है। पुलिस ने कई ठिकानों पर छापे मारे, लेकिन हाथ खाली। छात्राओं ने कहा, स्वामी ने उनके करियर को बर्बाद करने की धमकी दी थी, इसलिए वे डर गईं। अब वे न्याय की उम्मीद कर रही हैं। यह कांड न केवल शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा पर सवाल उठाता है, बल्कि तथाकथित बाबाओं की साजिशों को भी उजागर करता है। सरकार को सख्त कानून बनाने की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाएं न हों। छात्राओं की हिम्मत ने एक नया अध्याय लिखा है, लेकिन न्याय मिलना बाकी है। यदि स्वामी पकड़ा गया, तो उसके काले साम्राज्य का पतन निश्चित है।
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