लखनऊ, 21 सितंबर 2025। Free Seeds: उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने और कृषि उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है। ‘राज्य सहायता प्राप्त निःशुल्क दलहन/तिलहन बीज मिनीकिट प्रसार कार्यक्रम’ के तहत राज्य भर के किसानों को रबी फसल के लिए चना, मटर, मसूर, सरसों, रागी और तोरिया जैसी प्रमुख फसलों के प्रमाणित बीज मुफ्त में उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
इसे भी पढ़ें- Drip Irrigation in UP: 82 हजार किसानों ने अपनाई तकनीक, सरकार दे रही 90% सब्सिडी
यह योजना विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए वरदान साबित होगी, क्योंकि यह न केवल खेती की लागत घटाएगी बल्कि उच्च गुणवत्ता वाले बीजों से उपज में भी इजाफा करेगी। योजना का मुख्य लक्ष्य दालों और तेल पदार्थों वाली फसलों की खेती को प्रोत्साहित करना है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में रबी सीजन में इन फसलों की खेती से किसानों की औसत आय में 20-30 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।
चंदौली, मुरादाबाद, चित्रकूट जैसे जिलों में पहले ही हजारों किसानों ने इसका लाभ उठाया है। उदाहरण के लिए, चंदौली में 25 सितंबर तक आवेदन की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है, जबकि तोरिया बीज के लिए 31 अगस्त तक का समय दिया गया था। चुने गए किसानों को 2 किलोग्राम तक की मिनीकिट सरकारी बीज भंडारों से पीओएस मशीन के माध्यम से वितरित की जाएगी।आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल और पूरी तरह ऑनलाइन है।
इच्छुक किसानों को सबसे पहले कृषि विभाग के आधिकारिक पोर्टल agridarshan.up.gov.in पर जाना होगा। यदि आपका पंजीकरण पहले से नहीं है, तो ‘नया पंजीकरण’ विकल्प चुनकर आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और बैंक खाता विवरण के साथ रजिस्ट्रेशन करें। पंजीकरण के बाद, लॉगिन करें और ‘मुफ्त बीज मिनीकिट आवेदन’ सेक्शन में जाकर अपनी फसल का चयन करें। आवश्यक दस्तावेज जैसे भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र, फसल विवरण और ब्लॉक स्तर की जानकारी भरें।
आवेदन सबमिट करने के बाद, यदि ब्लॉक में आवेदनों की संख्या लक्ष्य से अधिक हो, तो ई-लॉटरी के जरिए चयन किया जाएगा। चयनित किसानों को एसएमएस के माध्यम से सूचना दी जाएगी। यह योजना डिजिटल इंडिया के अनुरूप है, जो किसानों को घर बैठे लाभ दिलाने पर जोर देती है। हालांकि, समयसीमा का ध्यान रखें, क्योंकि विलंब से आवेदन अस्वीकार हो सकता है। जिला कृषि अधिकारी ने अपील की है कि अधिक से अधिक किसान इस अवसर का उपयोग करें।
विशेषज्ञों का मानना है कि इससे न केवल खाद्य सुरक्षा मजबूत होगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलेगी। यदि आपके पास कोई समस्या हो, तो नजदीकी कृषि कार्यालय या हेल्पलाइन 1800-180-1551 पर संपर्क करें। कुल मिलाकर, यह योजना उत्तर प्रदेश के लाखों किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है। जल्दी आवेदन करें और अपनी फसल को मजबूत बनाएं। सरकार का संकल्प है कि हर किसान समृद्ध बने, और यह कदम उसी दिशा में है।
इसे भी पढ़ें- Uttar Pradesh: यूपी में खाद की भारी किल्लत, किसानों का उग्र प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज...