रायबरेली, 11 सितंबर 2025। Rahul Gandhi: रायबरेली में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा में गंभीर चूक का मामला सामने आया है। बुधवार को राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के दो दिवसीय दौरे पर थे, जब बीजेपी नेता और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर प्रदर्शन किया। इस विरोध के कारण राहुल गांधी का काफिला करीब 15 मिनट तक रुका रहा, जिसे कांग्रेस ने सुरक्षा में बड़ी लापरवाही करार दिया है।
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पार्टी ने इसे पूर्व नियोजित साजिश बताया और केंद्र सरकार से राहुल की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। कांग्रेस नेताओं का दावा है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ‘राहुल गांधी वापस जाओ’ और ‘माफी मांगो’ के नारे लगाते हुए हाईवे को अवरुद्ध किया, जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीव्र नोकझोंक हुई। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर राहुल गांधी के लिए उच्चतम स्तर की सुरक्षा, विशेष रूप से स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) बहाल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जनता के बीच सक्रिय रहते हैं और ऐसी घटनाएं उनकी सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
कांग्रेस ने इस घटना को बीजेपी की हताशा का परिणाम बताया, क्योंकि राहुल गांधी लगातार जनहित के मुद्दों को उठा रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह विरोध सुनियोजित था और इसका उद्देश्य राहुल को डराना था। दूसरी ओर, बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह जनता का स्वतःस्फूर्त विरोध था। दिनेश प्रताप सिंह ने दावा किया कि राहुल गांधी की नीतियां और बयान जनविरोधी हैं, जिसके चलते स्थानीय लोग नाराज हैं।
यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे हैं। हाल ही में, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के बाद भी कांग्रेस ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। रायबरेली की इस घटना ने राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है। जवाब में, कांग्रेस ने वाराणसी में पीएम मोदी के दौरे के खिलाफ प्रदर्शन की योजना बनाई, जिसके चलते अजय राय सहित कई नेताओं को नजरबंद किया गया।
रायबरेली पुलिस ने सुरक्षा चूक की जांच शुरू कर दी है और दावा किया है कि स्थिति को तुरंत नियंत्रित किया गया। हालांकि, यह घटना उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के बीच बढ़ते राजनीतिक टकराव को दर्शाती है। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर उचित कदम नहीं उठाए गए, तो पार्टी सड़कों पर उतरकर विरोध करेगी। यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है और केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ा रहा है।
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