अमेरिका, 11 सितंबर 2025। अमेरिका की राजनीतिक दुनिया में एक बड़ा झटका लगा है, जहां राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी और कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट चार्ली किर्क की गोली मारकर हत्या कर दी गई। 31 वर्षीय किर्क, जो टर्निंग पॉइंट यूएसए (टीपीयूएसए) के सह-संस्थापक और सीईओ थे, बुधवार को यूटा वैली यूनिवर्सिटी (यूवीयू) में एक इवेंट के दौरान निशाना बने। यह घटना अमेरिका में बढ़ती राजनीतिक हिंसा का एक भयावह उदाहरण है, जो राष्ट्रपति ट्रंप के 2024 चुनाव अभियान में युवा वोटरों को जुटाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद दिलाती है।
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यूटा के गवर्नर स्पेंसर कॉक्स ने इसे “राजनीतिक हत्या” करार दिया, जबकि ट्रंप ने इसे “रैडिकल लेफ्ट” की हिंसा का परिणाम बताया। घटना दोपहर करीब 12:20 बजे हुई, जब किर्क एक डिबेट इवेंट में लगभग 3,000 लोगों की भीड़ को संबोधित कर रहे थे। वीडियो फुटेज के अनुसार, वे गन वायलेंस और मास शूटिंग पर एक दर्शक के सवाल का जवाब दे रहे थे, तभी एक एकल गोली की आवाज गूंजी। किर्क ने अपनी गर्दन की बाईं ओर से खून बहते देखा और पीछे की ओर गिर पड़े। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ दिखाई देता है कि वे माइक्रोफोन पकड़े हुए थे, और गोली के बाद भीड़ में अफरा-तफरी मच गई।
गवाहों ने बताया कि गोली एक स्नाइपर द्वारा छत से दागी गई, जो लगभग 200 गज दूर से आई। तुरंत कैंपस लॉकडाउन कर दिया गया, क्लासेस रद्द हो गईं, और एफबीआई तथा लोकल पुलिस ने मैनहंट शुरू कर दिया। अभी तक संदिग्ध को गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन जांच जारी है। चार्ली किर्क ट्रंप के “मेक अमेरिका ग्रेट अगेन” (MAGA) मूवमेंट के प्रमुख चेहरे थे। 2012 में स्थापित टीपीयूएसए के जरिए उन्होंने कैंपस पर कंजर्वेटिव विचारधारा को फैलाया, युवाओं को ट्रंप समर्थक बनाया। 2024 चुनाव में उनकी भूमिका अहम रही, जहां उन्होंने युवा वोटरों को जुटाकर ट्रंप की जीत में योगदान दिया।
किर्क अक्सर लिबरल विचारों की आलोचना करते थे, ट्रांसजेंडर मुद्दों, गन कंट्रोल और “कल्चरल इन्फ्लुएंस” पर बोलते थे। ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर उन्हें “लीजेंडरी” कहा और ध्वज आधा झुकाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा, “रैडिकल लेफ्ट की हिंसा ने कई निर्दोषों की जान ली है।” व्हाइट हाउस में स्टाफ सदमे में था, क्योंकि कई युवा किर्क के प्रशंसक थे।इस हत्या ने अमेरिका में राजनीतिक हिंसा की लहर को नई ऊंचाई दे दी। ट्रंप पर पिछले साल दो असफल हत्या प्रयास हुए थे—जुलाई में पेंसिल्वेनिया रैली में उनके कान में गोली लगी, और अगस्त में फ्लोरिडा गोल्फ कोर्स पर हमला नाकाम।
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Charlie Kirk – Well Known American Right Wing Political Commentator is shot today during this university event.This video shows it will be miracle of he survives this murder attempt.https://t.co/wjrfg1Mc5O
— R J (@rahuljaitley) September 10, 2025
इसके अलावा, 2022 में नैंसी पेलोसी के पति पर हमला, 2017 में स्टीव स्केलिसे पर गोलीबारी, और हाल ही में मिनेसोटा विधायक की हत्या जैसी घटनाएं राजनीतिक विभाजन को हिंसक रूप दे रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया और ध्रुवीकरण ने इसे बढ़ावा दिया। यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के प्रोफेसर माइक जेन्सेन ने कहा, “यह एक फ्लैशपॉइंट है जो और हिंसा भड़का सकता है।”राजनीतिक नेताओं ने द्विपक्षीय निंदा की। पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, “इस तरह की हिंसा का कोई स्थान नहीं।”
बराक ओबामा ने इसे “घिनौना” बताया। कमला हैरिस, गैविन न्यूसॉम और हैकिम जेफ्रीज ने राजनीतिक हिंसा को खारिज किया। गैबी गिफोर्ड्स, जो खुद 2011 में गोलीबारी का शिकार हुईं, ने कहा, “हम मतभेदों को हिंसा से हल नहीं कर सकते।” वाइस प्रेसिडेंट जेडी वेंस ने किर्क के डिबेट इवेंट्स की सराहना की। हालांकि, कुछ फार-राइट इन्फ्लुएंसर्स ने सोशल मीडिया पर बदला लेने की धमकी दी, जैसे “युद्ध आ गया है।” यह घटना अमेरिकी लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।
किर्क की मौत ने न केवल MAGA कैंप में शोक फैलाया, बल्कि पूरे देश को राजनीतिक हिंसा पर पुनर्विचार करने को मजबूर कर दिया। एफबीआई डायरेक्टर काश पटेल ने कहा कि जांच में कोई कनेक्शन न मिलने पर संदिग्ध रिहा कर दिए गए, लेकिन मैनहंट जारी है। विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि यदि ध्रुवीकरण न रुका, तो ऐसी घटनाएं और बढ़ेंगी। किर्क का परिवार और समर्थक शोक में डूबे हैं, जबकि राष्ट्र एकजुट होकर हिंसा के खिलाफ आवाज उठा रहा है। यह अमेरिका की राजनीतिक स्थिरता के लिए एक काला अध्याय साबित हो रहा है।
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