नई दिल्ली, 2 सितंबर 2025। Jagdeep Dhankhar: पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 1 सितंबर 2025 को दिल्ली के उपराष्ट्रपति निवास को खाली कर दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर में इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) नेता अभय सिंह चौटाला के फार्महाउस में स्थानांतरण किया। यह कदम तब उठाया गया, जब धनखड़ को सरकारी टाइप-VIII बंगला आवंटित होने का इंतजार है।
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21 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद धनखड़ चर्चा में थे। उनके इस कदम ने एक बार फिर चौटाला परिवार के साथ उनके गहरे रिश्ते को सुर्खियों में ला दिया। अभय चौटाला ने पुष्टि की कि धनखड़ उनके निजी फार्महाउस में तब तक रहेंगे, जब तक सरकारी आवास उपलब्ध नहीं हो जाता।
देवीलाल और धनखड़ की मुलाकात
जगदीप धनखड़ और चौटाला परिवार का रिश्ता 1989 से शुरू हुआ, जब हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री और जाट समुदाय के बड़े नेता चौधरी देवीलाल ने राजस्थान के युवा वकील धनखड़ को एक उभरते नेता के रूप में देखा। धनखड़, जो स्वयं जाट समुदाय से हैं, हमेशा देवीलाल को अपना गुरु और मार्गदर्शक मानते रहे। 1989 में दिल्ली के बोट क्लब पर देवीलाल के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित एक विशाल विपक्षी रैली में धनखड़ ने राजस्थान से 500 वाहनों का इंतजाम किया, जिसने राजीव गांधी सरकार के खिलाफ विपक्ष की एकता को मजबूत किया। इस रैली ने धनखड़ को देवीलाल के करीब लाया और उनके बीच विश्वास का रिश्ता बना।
राजनीतिक करियर में देवीलाल का योगदान
देवीलाल ने धनखड़ को 1989 के लोकसभा चुनाव में झुंझुनूं से जनता दल के टिकट पर उतारा, जहां वे जीते और बाद में संसदीय कार्य राज्य मंत्री बने। जब वी.पी. सिंह ने देवीलाल को मंत्रिमंडल से हटाया, तो धनखड़ ने एकमात्र मंत्री के रूप में इस्तीफा देकर अपनी निष्ठा दिखाई। यह घटना उनके और चौटाला परिवार के बीच गहरे विश्वास को दर्शाती है। धनखड़ ने 1993-98 तक राजस्थान के किशनगढ़ से विधायक के रूप में भी सेवा की और बाद में बीजेपी में शामिल हो गए।.
अभय चौटाला का स्वागत और भविष्य की योजनाएं
अभय चौटाला ने धनखड़ के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “हमारा पारिवारिक रिश्ता पुराना है। मैंने उन्हें अपने फार्महाउस में रहने की पेशकश की, जिसे उन्होंने स्वीकार किया।” धनखड़ वर्तमान में अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं, योग और टेबल टेनिस का अभ्यास कर रहे हैं। उनके इस कदम ने विपक्ष के ‘हाउस अरेस्ट’ के आरोपों को भी खारिज किया। धनखड़ ने हाल ही में राजस्थान के पूर्व विधायक के रूप में पेंशन के लिए आवेदन किया है।
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