नई दिल्ली, 29 अगस्त 2025। दिल्ली के एक ज्वेलरी शोरूम में ठगों ने फर्जी ई-वाउचर का इस्तेमाल कर 2 लाख रुपये मूल्य का सोना हड़प लिया, लेकिन अगले ही दिन दोबारा कोशिश करने पर पुलिस के हत्थे चढ़ गए। यह सनसनीखेज घटना दक्षिण दिल्ली के एक प्रतिष्ठित ज्वेलरी स्टोर में 26 अगस्त 2025 को हुई। तीन ठगों ने एक जानी-मानी डिजिटल पेमेंट कंपनी के फर्जी ई-वाउचर का उपयोग कर शोरूम से सोने के आभूषण खरीदे।
इसे भी पढ़ें- दिल्ली में बंटी-बबली स्टाइल ठगी, फर्जी प्रोड्यूसर बनकर परिवार से ठगे 24 लाख रुपये
शोरूम कर्मचारियों को वाउचर की प्रामाणिकता पर शक नहीं हुआ, क्योंकि यह हूबहू असली जैसा था, और ठगों ने अपनी बातों से स्टाफ का भरोसा जीत लिया।घटना के अगले दिन, 27 अगस्त 2025 को, यही ठग फिर से उसी शोरूम में पहुंचे और एक और फर्जी ई-वाउचर के साथ 3 लाख रुपये का सोना खरीदने की कोशिश की। इस बार शोरूम मैनेजर को कुछ गड़बड़ महसूस हुई।
उन्होंने वाउचर की जांच की और पाया कि यह फर्जी है। तुरंत पुलिस को सूचित किया गया, और मौके पर पहुंची दिल्ली पुलिस ने दो ठगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीसरा फरार हो गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अमित शर्मा और राहुल वर्मा के रूप में हुई, जो दिल्ली-NCR के रहने वाले हैं।पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह गिरोह पहले भी कई शहरों में ऐसी ठगी कर चुका है।
उनके पास से फर्जी वाउचर बनाने का सॉफ्टवेयर, कई नकली दस्तावेज और डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म की नकली रसीदें बरामद हुईं। ठगों ने कथित तौर पर एक डिजिटल पेमेंट कंपनी के लोगो और क्यूआर कोड का दुरुपयोग कर वाउचर तैयार किए थे। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 467 (जालसाजी) के तहत मामला दर्ज किया है। तीसरे फरार आरोपी की तलाश में छापेमारी जारी है।पुलिस ने ज्वेलरी शोरूम मालिकों को सलाह दी है कि वे डिजिटल भुगतान और वाउचर की दोहरी जांच करें। इस घटना ने डिजिटल लेनदेन की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, और व्यापारियों में सतर्कता बढ़ा दी है।
इसे भी पढ़ें-Fake Producer Gang: दिल्ली में फर्जी प्रोड्यूसर गिरोह का पर्दाफाश, 24 लाख की ठगी का खुलासा