प्रेग्नेंसी एक ऐसा समय है जब हर महिला को अपने स्वास्थ्य और बच्चे की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना होता है। इस नाजुक दौर में छोटी-सी लापरवाही भी मां और शिशु के लिए गंभीर परिणाम ला सकती है। ऐसी ही एक गलती है, जिसे भूलकर भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है, जो मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
यह गलती है भारी वजन उठाना या अत्यधिक शारीरिक श्रम करना।प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई हार्मोनल और शारीरिक बदलाव होते हैं, जो गर्भाशय और शरीर के अन्य हिस्सों पर दबाव डालते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, भारी वजन उठाने या अत्यधिक मेहनत वाले काम करने से गर्भाशय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे ब्लीडिंग या गर्भपात का जोखिम बढ़ सकता है। खासकर पहली और तीसरी तिमाही में यह खतरा और भी अधिक होता है।
इसके अलावा, ऐसी गतिविधियां प्लेसेंटा में समस्याएं पैदा कर सकती हैं, जो बच्चे को पोषण और ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है।स्त्री रोग विशेषज्ञों का कहना है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को 5 किलो से ज्यादा वजन उठाने से बचना चाहिए। इसके बजाय, हल्की-फुल्की सैर, योग या डॉक्टर की सलाह से किया गया व्यायाम फायदेमंद होता है। यदि आपको घरेलू कामों में भारी सामान उठाना पड़ता है, तो किसी की मदद लें। साथ ही, पर्याप्त आराम, संतुलित आहार और नियमित जांच भी जरूरी हैं।
प्रेग्नेंसी में तनाव, अनुचित आहार या अनावश्यक दवाइयों का सेवन भी जोखिम बढ़ा सकता है। अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान असामान्य ब्लीडिंग, पेट में दर्द या अन्य लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय रहते सावधानी बरतने से आप और आपका बच्चा स्वस्थ रह सकते हैं। इस तरह की गलतियों से बचकर आप एक सुरक्षित और स्वस्थ गर्भावस्था का अनुभव कर सकती हैं। इसलिए, सतर्क रहें और डॉक्टर की सलाह को प्राथमिकता दें, ताकि जीवन भर पछतावे से बचा जा सके।
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