मथुरा, 17 अगस्त 2025। भगवान श्रीकृष्ण की पावन जन्मभूमि, अपने सांस्कृतिक और आध्यात्मिक वैभव को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार है। उत्तर प्रदेश सरकार ने ब्रज क्षेत्र के समग्र विकास के लिए 645 करोड़ रुपये की लागत से 118 परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, और बरसाना जैसे तीर्थस्थलों को न केवल धार्मिक, बल्कि पर्यटन और बुनियादी ढांचे के लिहाज से भी विश्वस्तरीय बनाना है। यह पहल ब्रज की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए इसे आधुनिक सुविधाओं से जोड़ने का एक अनूठा प्रयास है।
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परिक्रमा मार्ग, जो ब्रज के तीर्थयात्रियों के लिए विशेष महत्व रखता है, इन परियोजनाओं का केंद्र बिंदु है। मथुरा और वृंदावन के परिक्रमा मार्गों को और अधिक सुगम, स्वच्छ और आकर्षक बनाया जाएगा। इन मार्गों पर बेहतर सड़कें, प्रकाश व्यवस्था, और तीर्थयात्रियों के लिए विश्राम स्थल जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसके साथ ही, गोवर्धन के प्रसिद्ध परिक्रमा मार्ग को भी पर्यावरण-अनुकूल और तीर्थयात्री-सुलभ बनाने की योजना है। इन सुधारों से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा होगी, बल्कि ब्रज की सांस्कृतिक पहचान को भी वैश्विक मंच पर और मजबूती मिलेगी।
इसके अतिरिक्त, ब्रज के ऐतिहासिक कुंडों का जीर्णोद्धार भी इन परियोजनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मथुरा और आसपास के क्षेत्रों में स्थित कुंड, जैसे राधा कुंड, श्याम कुंड, और कुसुम सरोवर, भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की लीलाओं से जुड़े हैं। इन कुंडों की सफाई, सौंदर्यीकरण, और संरक्षण के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई हैं। इनके आसपास हरियाली बढ़ाने, बैठने की व्यवस्था, और तीर्थयात्रियों के लिए बुनियादी सुविधाएं विकसित करने पर ध्यान दिया जाएगा। इससे इन कुंडों की प्राचीन गरिमा को पुनर्जनन मिलेगा और श्रद्धालु इन पवित्र स्थलों पर अधिक समय बिता सकेंगे।
इन परियोजनाओं का एक और महत्वपूर्ण पहलू है धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना। ब्रज क्षेत्र पहले से ही देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है। इन विकास कार्यों से पर्यटकों की संख्या में और वृद्धि होने की उम्मीद है। बेहतर सड़कें, स्वच्छता, और आधुनिक सुविधाएं पर्यटकों के अनुभव को और समृद्ध करेंगी। साथ ही, स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, जिससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
होटल, गेस्ट हाउस, और स्थानीय हस्तशिल्प उद्योग को भी इन योजनाओं से बल मिलेगा। यह विकास कार्य न केवल ब्रज की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करेंगे, बल्कि इसे वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर और प्रमुखता देंगे। मथुरा और इसके आसपास के क्षेत्र अब एक नए युग की ओर बढ़ रहे हैं, जहां परंपरा और आधुनिकता का अनूठा संगम देखने को मिलेगा।
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