जम्मू-कश्मीर, 15 अगस्त 2025। Kishtwar Tragedy: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चासोटी गांव में 14 अगस्त 2025 को दोपहर 12:25 बजे बादल फटने की भीषण त्रासदी ने भारी तबाही मचाई, जिसमें 60 लोगों की जान चली गई और 100 से अधिक घायल हो गए। यह आपदा मचैल माता यात्रा के दौरान हुई, जब गांव में तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों की भीड़ थी। इस हादसे में 21 शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि 69 लोग अभी भी लापता हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2025 को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से फोन पर बात कर स्थिति का जायजा लिया और केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी देते हुए कहा, “मुझे अभी-अभी माननीय प्रधानमंत्री का फोन आया। मैंने उन्हें किश्तवाड़ की स्थिति और प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कदमों से अवगत कराया। मेरी सरकार और प्रभावित लोग केंद्र सरकार के समर्थन के लिए आभारी हैं।”
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, भारतीय सेना, और जम्मू-कश्मीर पुलिस राहत और बचाव कार्य में जुटी है। सेना की पांच टुकड़ियों, प्रत्येक में 60 जवान, और मेडिकल टीमें प्रभावित क्षेत्र में तैनात हैं। खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर का उपयोग नहीं हो सका, जिसके चलते एनडीआरएफ की टीमें सड़क मार्ग से पहुंचीं। चासोटी गांव, जो मचैल माता मंदिर के रास्ते में आखिरी मोटर मार्ग वाला गांव है, में बाढ़ और मलबे ने कई घर, दुकानें, तीन मंदिर, एक 30 मीटर का पुल और दर्जनों वाहन बहा दिए।
प्रशासन ने पड्डार में एक कंट्रोल रूम और हेल्प डेस्क स्थापित किया है, जिसमें पांच अधिकारी तैनात हैं। हेल्पलाइन नंबर 9858223125, 6006701934, 9797504078, 8492886895, 8493801381, और 7006463710 जारी किए गए हैं। उमर अब्दुल्ला ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द कर दिया और केवल ध्वज फहराया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में किश्तवाड़ त्रासदी सहित हाल की प्राकृतिक आपदाओं के पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा, “प्रकृति हमें परख रही है। हम प्रभावित परिवारों के साथ हैं।”
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