लखनऊ, 13 अगस्त 2025। UP Assembly: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन 13 अगस्त 2025 को एक ऐतिहासिक 24 घंटे की नॉन-स्टॉप चर्चा शुरू हुई। यह चर्चा ‘विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश-2047’ विजन डॉक्यूमेंट पर केंद्रित है, जिसमें योगी सरकार ने राज्य के विकास के लिए अपनी उपलब्धियां और भविष्य की योजनाएं पेश कीं। चर्चा की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विधान परिषद में की।
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इस दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव के तीखे हमलों का बीजेपी ने करारा जवाब दिया। शिवपाल यादव ने सत्र से पहले बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 24 घंटे की चर्चा नौ साल की नाकामियों को छिपाने की कोशिश है। उन्होंने बाढ़, भ्रष्टाचार, महिला सुरक्षा, और शिक्षा व्यवस्था जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा। शिवपाल ने X पर लिखा, “बीजेपी सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए चार दिन में एक दिन 24 घंटे का सत्र चला रही है।
बिजली, सड़कें और बाढ़ नियंत्रण में सरकार पूरी तरह फेल है।” जवाब में, सीएम योगी ने कहा कि सपा के एजेंडे में विकास नहीं, केवल नकारात्मकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सत्र राज्य के भविष्य का साझा खाका तैयार करने के लिए है, न कि किसी राजनीतिक दल का एजेंडा।चर्चा में 28 मंत्रियों को समय आवंटित किया गया है, जो विभागवार उपलब्धियां और योजनाएं प्रस्तुत करेंगे। सत्र में बांके बिहारी कॉरिडोर अध्यादेश और उच्च शिक्षा से जुड़े विधेयकों को पारित करने की भी तैयारी है। विपक्ष ने फतेहपुर कांड, शिक्षक भर्ती, और स्कूलों के विलय जैसे मुद्दों पर सवाल उठाए।
सपा विधायक समरपाल ने शिक्षा मित्रों के कम मानदेय का मुद्दा उठाया, जिस पर मंत्री संदीप सिंह ने जवाब दिया कि वेतन बढ़ाने का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है।यह 24 घंटे की चर्चा, जो 13 अगस्त की सुबह 11 बजे शुरू होकर 14 अगस्त की सुबह 11 बजे तक चलेगी, यूपी विधानसभा के इतिहास में पहली बार हो रही है। सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक के बीच यह सत्र जनता और राजनीतिक विश्लेषकों का ध्यान खींच रहा है।
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