Bigg Boss 4: ‘बिग बॉस’ सीजन 4, जो 3 अक्टूबर 2010 से 8 जनवरी 2011 तक प्रसारित हुआ, ने भारतीय रियलिटी टीवी की दुनिया में एक नया मुकाम हासिल किया। इस सीजन को बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान ने पहली बार होस्ट किया, जिनकी करिश्माई मौजूदगी ने शो को और भी रोमांचक बना दिया। 97 दिनों तक चले इस सीजन में 18 प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया, जिनमें से टीवी की मशहूर अभिनेत्री श्वेता तिवारी ने बाजी मारी और बिग बॉस की पहली महिला विजेता बनीं। उन्होंने 1 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार जीता।
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श्वेता तिवारी, जिन्हें ‘कसौटी जिंदगी की’ में प्रेरणा के किरदार से घर-घर में पहचान मिली, ने अपनी रणनीति, धैर्य और मजबूत व्यक्तित्व के दम पर दर्शकों का दिल जीता। उनकी यात्रा में सहानुभूति और रणनीति का सटीक संतुलन देखने को मिला, जिसने उन्हें शो का विजेता बनाया। फाइनल में उनके साथ चार प्रतियोगी पहुंचे थे, जिनमें द ग्रेट खली (दलीप सिंह राणा) पहले रनर-अप रहे। खली ने अपनी सादगी और खेल भावना से सभी को प्रभावित किया। दूसरे रनर-अप रहे बॉलीवुड अभिनेता अश्मित पटेल, जबकि तीसरे रनर-अप थीं डॉली बिंद्रा, जिनकी शो में तीखी टिप्पणियां और ड्रामे चर्चा का विषय बने।
यह सीजन अपने हाई-वोल्टेज ड्रामे, विवादों और अनोखे टास्क्स के लिए जाना गया। शो में 14 मूल प्रतियोगियों के साथ दो वाइल्ड कार्ड एंट्री हुईं, जिनमें खली और डॉली बिंद्रा शामिल थे। सलमान खान की मेजबानी ने शो को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया, और उनकी प्रतियोगियों के साथ निजी स्तर पर जुड़ने की क्षमता ने दर्शकों को बांधे रखा। शो के फिनाले ने 6.2 की टीआरपी हासिल की, जो उस समय की सबसे ज्यादा थी।
‘बिग बॉस 4’ में कई विवाद भी देखने को मिले, जैसे शिव सेना का पाकिस्तानी प्रतियोगियों के खिलाफ विरोध और साक्षी प्रधान का गर्भावस्था संबंधी दावा। इसके बावजूद, श्वेता की जीत ने शो को एक ऐतिहासिक मोड़ दिया। यह सीजन न केवल मनोरंजन से भरपूर था, बल्कि इसने श्वेता तिवारी को रियलिटी टीवी की दुनिया में एक नई पहचान दी।
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