सीतापुर। 7 अगस्त 2025। Raghavendra Bajpai Murder Case: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों को पुलिस और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की संयुक्त कार्रवाई में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया। यह घटना 7 अगस्त 2025 की सुबह पिसावां थाना क्षेत्र के दुल्लापुर तिराहे के पास हुई। मारे गए आरोपियों की पहचान राजू उर्फ रिजवान और संजय उर्फ अकील खान के रूप में हुई, जो सगे भाई थे और दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
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पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंकुर अग्रवाल के अनुसार, एसटीएफ और स्थानीय पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों आरोपी हरदोई-सीतापुर सीमा से होकर गुजर रहे हैं। इसके बाद पिसावां क्षेत्र में चेकिंग के दौरान बाइक सवार आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी और भागने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में दोनों शूटर मारे गए। पुलिस ने उनके पास से हथियार और अन्य सामग्री बरामद की है। दोनों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
राघवेंद्र बाजपेयी, जो दैनिक जागरण के स्थानीय संवाददाता और आरटीआई कार्यकर्ता थे, की हत्या 8 मार्च 2025 को लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे पर हेमपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास हुई थी। हमलावरों ने उनकी बाइक को टक्कर मारकर गिराया और फिर तीन गोलियां मारकर उनकी हत्या कर दी थी। शुरुआत में इसे दुर्घटना समझा गया, लेकिन पोस्टमॉर्टम में गोली के निशान मिलने के बाद हत्या का मामला दर्ज हुआ। जांच में खुलासा हुआ कि एक स्थानीय पुजारी, शिवानंद उर्फ विकास राठौर ने अपनी कुकर्मों को छिपाने के लिए 4 लाख रुपये की सुपारी देकर यह हत्या करवाई थी। इस मुठभेड़ ने इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख को दर्शाती है। इस मामले में आगे की जांच जारी है ताकि अन्य संलिप्त लोगों का पता लगाया जा सके।
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