जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भारत सरकार के पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने के फैसले की खुले दिल से तारीफ की है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय सकारात्मक कदम है और इसे स्वागत योग्य माना जाना चाहिए। महबूबा ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वे पाकिस्तान के साथ शांति स्थापना के लिए बातचीत शुरू करें क्योंकि युद्ध से कोई समाधान नहीं निकलता।
महबूबा ने कहा, “हम पाकिस्तान के दुश्मन नहीं हैं। अगर सरकार सच में शांति लाना चाहती है, तो बातचीत शुरू होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर की समस्या का समाधान कर सकते हैं।” उन्होंने पीडीपी के शांति और सम्मान के मकसद को भी दोहराया, साथ ही कहा कि कश्मीर की समस्या का समाधान तभी संभव है जब दोनों पक्ष संवाद करें।
महबूबा ने पाकिस्तान और चीन की आर्थिक स्थिति की तुलना करते हुए कहा कि भारत के पास युवा शक्ति तो है, लेकिन गुणवत्ता वाली अर्थव्यवस्था की कमी है। उन्होंने कहा कि नई हथियारों की होड़ को छोड़कर भारत को अपनी विदेश नीति पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यह सीधे जम्मू-कश्मीर की स्थिति को प्रभावित कर रही है।
इसके अलावा, उन्होंने बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा और इसे मुसलमानों के खिलाफ बताया। महबूबा ने कहा, “देश में मुसलमानों पर अत्याचार हो रहे हैं। SIR जैसी नीतियां और रोहिंग्या शरणार्थियों को समुद्र में फेंकने जैसे कदम मानवता के खिलाफ हैं।”