कानपुर के सचेंडी इलाके में चार दिनों से बिजली गुल रहने से नाराज ग्रामीणों का गुस्सा शनिवार रात फूट पड़ा। धरमंगदपुर गांव के लोगों ने बिजली सब स्टेशन पर धरना प्रदर्शन किया। गर्मी, उमस और पानी की किल्लत से परेशान ग्रामीणों ने जब समाधान मांगा तो जवाब में उन्हें पुलिस की धमकी मिल गई। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और अब यह मामला राजनीतिक तूल पकड़ चुका है।
बिजली गुल, पानी ठप, जनता बेहाल
गांववालों का कहना है कि पिछले चार दिनों से बिजली नहीं आ रही है। शिकायतें करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। गर्मी में बच्चों और बुजुर्गों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, बिजली न होने से पानी की सप्लाई भी बंद हो गई है।
इंस्पेक्टर की धमकी ने मचाया बवाल
जब गांव के लोग सब स्टेशन पर धरना दे रहे थे, तभी मौके पर सचेंडी थाने के इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट पहुंचे। उन्होंने नाराज ग्रामीणों को समझाने की बजाय, उन्हें धमकाने लगे। वीडियो में वो कहते नजर आ रहे हैं:
“धरमंगदपुर का रास्ता नहीं मिलेगा, भागने का रास्ता नहीं मिलेगा, रोज बिना बिजली के भागोगे, सुन लो।”
इंस्पेक्टर ने सब स्टेशन अधिकारियों से तहरीर लेने का आदेश भी दिया।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, सपा ने उठाया मुद्दा
इंस्पेक्टर की धमकी का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस पर समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार को घेरा। पार्टी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
“भाजपा सरकार में बिजली मांगना भी अपराध बन गया है। सचेंडी में जनता को धमकाने वाली पुलिस का रवैया शर्मनाक है।”
बिजली विभाग ने लगाए तोड़फोड़ के आरोप
बिजली विभाग के एसएसओ रविंद्र सिंह ने पुलिस को तहरीर दी है कि 250-300 अज्ञात लोगों ने सब स्टेशन में तोड़फोड़ की और कर्मचारियों को धमकाया। एसडीओ और एक्सईएन की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
पुलिस का बयान
एसीपी पनकी शिखर ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि, गांववालों का कहना है कि उनकी आवाज उठाना अब अपराध बना दिया गया है।