लखनऊ जिले की पांचों तहसीलों में शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 664 शिकायतें प्राप्त हुईं और 143 प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। जिलाधिकारी श्री विशाख जी0 की अध्यक्षता में तहसील मोहनलालगंज में आयोजित इस दिवस में 366 प्रकरण दर्ज हुए, जिनमें से 95 का तत्काल समाधान किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि जनता की शिकायतों का स्थानीय स्तर पर त्वरित और गुणवत्तापूर्ण समाधान सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राप्त शिकायतों का निस्तारण एक सप्ताह के भीतर विधिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, निस्तारण के बाद शिकायतकर्ताओं से फीडबैक लेकर उनकी संतुष्टि सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। तहसीलवार आंकड़ों के अनुसार, तहसील सदर में 45 में से 3, मलिहाबाद में 68 में से 10, बी.के.टी. में 103 में से 23, मोहनलालगंज में 366 में से 95 और सरोजनीनगर में 82 में से 12 प्रकरणों का मौके पर निस्तारण किया गया। शेष प्रकरणों को संबंधित विभागों को समयबद्ध निस्तारण के लिए सौंपा गया। प्राप्त शिकायतों में पुलिस से संबंधित 93, राजस्व से 364, विकास से 66, शिक्षा से 3, स्वास्थ्य से 3, समाज कल्याण से 18 और अन्य 116 प्रार्थना पत्र शामिल थे।
महिलाओं की शिकायतों पर विशेष ध्यान
मोहनलालगंज में समाधान दिवस के दौरान आठ महिलाओं, जिनमें आरती यादव, संगीता, कुसुम और मोनी शामिल थीं, ने नए राशन कार्ड बनवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिए। इसके अलावा, 10 अन्य शिकायतकर्ताओं ने राशन कार्ड में यूनिट वृद्धि की मांग की। जिलाधिकारी ने जिला आपूर्ति अधिकारी को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके परिणामस्वरूप आठ महिलाओं को गृहिणी श्रेणी में नए राशन कार्ड जारी किए गए और 10 राशन कार्ड में यूनिट वृद्धि कर संशोधित कार्ड प्रदान किए गए। खतौनी और राजस्व संबंधी शिकायतों का निस्तारण
आवेदक श्री भरत लाल, अतुल कुमार और सत्य प्रकाश द्वारा खतौनी में नाम दर्ज करने की शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनका मौके पर निस्तारण कर खतौनी उपलब्ध कराई गई। इसके अतिरिक्त, हल्का लेखपाल श्री राजेंद्र बहादुर के खिलाफ शिकायत में देरी की प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर उन्हें क्षेत्र से हटाकर कार्यालय से संबद्ध करने और विभागीय कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए गए।
अनुपस्थित अधिकारी पर कार्रवाई
समाधान दिवस के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी के अनुपस्थित पाए जाने पर जिलाधिकारी ने उनका वेतन बाधित करने के सख्त निर्देश दिए।
अधिकारियों को समयबद्ध निस्तारण के निर्देश
जिलाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राप्त प्रकरणों का निस्तारण निर्धारित समय सीमा में फोटो और वीडियो सहित आख्या प्रस्तुत करते हुए किया जाए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि निस्तारण के बाद शिकायतकर्ताओं से कॉल के माध्यम से फीडबैक लिया जाए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री अजय जैन, अपर जिलाधिकारी ट्रांस गोमती श्री राकेश सिंह, जिला विकास अधिकारी श्री अजीत सिंह, उप जिलाधिकारी मोहनलालगंज श्री अंकित शुक्ल, तहसीलदार मोहनलालगंज श्री ऋतुराज सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। लखनऊ प्रशासन की यह पहल जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान और पारदर्शी प्रशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है