पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। पारस अस्पताल में कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में अब तक फरार चल रहे बाकी चार आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पहले ही एक आरोपी तौसीफ उर्फ बादशाह की गिरफ्तारी हो चुकी थी और अब कुल पांचों आरोपियों को पकड़ लिया गया है।
पश्चिम बंगाल से हुई गिरफ्तारी
सूत्रों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में STF (स्पेशल टास्क फोर्स) की छापेमारी के दौरान इन चारों को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। बताया जा रहा है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सभी आरोपियों को पटना लाया जाएगा।
48 घंटे में बड़ी सफलता
पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस में सिर्फ 48 घंटे के भीतर पांच लोगों को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। हालांकि पुलिस इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए है और अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
कौन-कौन हैं गिरफ्तार आरोपी?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पकड़े गए आरोपियों में तौसीफ उर्फ बादशाह के अलावा आकिब मालिक, सोनू, कालू उर्फ मुस्तकीम और भिंडी उर्फ बलवंत सिंह शामिल हैं। पुलिस की टीम कुछ और संदिग्धों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
कौन था चंदन मिश्रा?
चंदन मिश्रा बिहार का कुख्यात अपराधी था। वह हत्या के कई मामलों में जेल में बंद था और पैरोल पर इलाज के लिए पटना के पारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वह बक्सर में एक गैंग चलाता था और 10 से ज्यादा हत्या के मामलों में उसका नाम सामने आ चुका था।
अस्पताल के ICU में हुई हत्या
गुरुवार सुबह का वाकया है जब चंदन मिश्रा पटना के पारस हॉस्पिटल के ICU वार्ड नंबर 209 में भर्ती था। तभी पांच अपराधी वहां पहुंचे और ICU में घुसकर उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। गोलीबारी के दौरान पूरे अस्पताल में अफरातफरी मच गई। चंदन की मौके पर ही मौत हो गई और सभी आरोपी फरार हो गए।
CCTV फुटेज से मिली अहम जानकारी
इस हत्याकांड से जुड़ी तीन CCTV फुटेज वायरल हुई हैं।
- पहला फुटेज – पांचों आरोपी अस्पताल के पास एक गली में खड़े दिखे, जहां वे हत्या की प्लानिंग कर रहे थे।
- दूसरा फुटेज – ICU में घुसते हुए अपराधी नजर आए।
- तीसरा फुटेज – हत्या के बाद सभी आरोपी बाइक पर फरार होते दिखे।
अब क्या आगे?
अब जबकि मुख्य आरोपी पकड़े जा चुके हैं, पुलिस से उम्मीद है कि वह जल्द इस हत्याकांड की पूरी सच्चाई सामने लाएगी। आम लोगों की चिंता भी यही है कि अस्पताल जैसी सुरक्षित जगह में घुसकर हत्या करने की हिम्मत आखिर कैसे हुई? यह सवाल पटना की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रहा है।
पुलिस की अगली कार्रवाई और आधिकारिक बयान पर अब सबकी नजर है।








