फरीदाबाद, 10 नवंबर 2025। हरियाणा के फरीदाबाद जिले में सुरक्षा एजेंसियों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और स्थानीय फरीदाबाद पुलिस की संयुक्त टीम ने एक मस्जिद के इमाम के घर पर छापा मारकर 50 बोरे विस्फोटक सामग्री बरामद की है। यह खेप कुख्यात आतंकी मुजम्मिल के करीबी इमाम के ठिकाने से मिली, जो जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के नेटवर्क से जुड़ी बताई जा रही है।
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पुलिस ने बोरों को पिकअप वाहन में भरकर जब्त कर लिया, लेकिन सामग्री की प्रकृति जैसे अमोनियम नाइट्रेट या अन्य IED कंपोनेंट्स पर अभी चुप्पी साधे रखी है। इस बरामदगी से इलाके में दहशत फैल गई है, और स्थानीय लोग सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। यह कार्रवाई हाल ही में गिरफ्तार कश्मीरी डॉक्टर मुजम्मिल शकील (जिसे मुजम्मिल के नाम से जाना जाता है) की पूछताछ से निकली लीड पर आधारित है।
डॉक्टर मुजम्मिल, जो फरीदाबाद में एक किराए के फ्लैट में रहता था, JeM के प्रचार और हथियार तस्करी में लिप्त पाया गया। उसके ठिकाने से पहले ही 360 किलोग्राम विस्फोटक, दो AK-47 राइफलें, रिमोट कंट्रोल डिवाइस और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हो चुका है। पुलिस के अनुसार, यह सामग्री दिल्ली-एनसीआर में बड़े धमाकों के लिए इस्तेमाल होने वाली थी। फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर सत्येंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, “यह साजिश 7 नवंबर को दिल्ली में होने वाली थी, लेकिन हमारी तत्परता से नाकाम हो गई।
अमोनियम नाइट्रेट आधारित विस्फोटक थे, जो IED बनाने के लिए पर्याप्त थे।”इमाम, जिसका नाम अभी गोपनीय रखा गया है, स्थानीय मस्जिद में नमाज पढ़ाता था। जांच में पता चला कि मुजम्मिल अक्सर उसके घर आता-जाता था, जहां मीटिंग्स और हथियार स्टोरेज की योजना बनती थी। इमाम को JeM के अल-कायदा लिंक्ड ग्रुप अंसार गजवात-उल-हिंद से भी जोड़ा जा रहा है। इससे पहले, अनंतनाग के डॉक्टर आदिल अहमद राथर की गिरफ्तारी हुई थी, जो श्रीनगर में JeM पोस्टर चिपकाने के आरोपी थे।
राथर के लॉकर से एक AK-47 मिला था, और उसकी निशानदेही पर मुजम्मिल का नेटवर्क फरीदाबाद तक पहुंचा। पुलिस ने सहारनपुर के एक अस्पताल से राथर को पकड़ा था, जहां वह फरार था। यह घटनाक्रम 27 अक्टूबर को श्रीनगर में JeM के पोस्टर कांड से शुरू हुआ, जब सीसीटीवी फुटेज में राथर नजर आया। JeM ने पाकिस्तान से युवाओं को कश्मीर भेजा था, जो शिक्षित लोकल्स जैसे डॉक्टरों और धार्मिक नेताओं के जरिए सक्रिय हो रहे थे।
फरीदाबाद पुलिस ने इमाम को हिरासत में ले लिया है, और पूछताछ जारी है। एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) की मदद से पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों में घुसपैठ बढ़ने से ऐसी साजिशें तेज हो रही हैं। सरकार ने इस पर कड़ा रुख अपनाया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस है। ऐसी घटनाओं से सुरक्षा तंत्र और मजबूत होगा।”
नागरिकों से अपील की गई है कि संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दें। यह बरामदगी भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा झटका है, जो दर्शाती है कि आतंकी नेटवर्क अब मेडिकल और धार्मिक कवर का इस्तेमाल कर रहे हैं। आगे की जांच में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, जिससे JeM का यह मॉड्यूल पूरी तरह ध्वस्त हो जाए। कुल मिलाकर, यह कार्रवाई दिल्ली-एनसीआर को संभावित तबाही से बचा ले गई है, लेकिन सतर्कता बरतने की जरूरत है।
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